इससे पहले बैठक में रमेश पांडेय व हरिओम सुधांशु ने कहा कि कर्नाटक में पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या कर दी गयी. इससे पत्रकारों के जीवन की सुरक्षा पर सवाल खड़ा हो गया है. झारखंड व बिहार के पत्रकारों पर भी समय-समय पर हमला होता रहता है. गुमला के पत्रकार भी अपनी छवि बचाने के लिए संघर्षरत हैं. गुमला में पत्रकारों पर झूठा मुकादमा किया गया है.
उसे वापस लिया जाये. श्री पांडेय ने कहा कि आप सभी साथ ईमानदारी से पत्रकारिता करें. मौके पर रमेश कुमार पांडेय, दुर्जय पासवान, शशिभूषण गुड्डू, उपेश पांडेय, सुशील कुमार, हरिओम सुधांशु, अश्विनी कुमार दास, प्रमोद दास, बसंत कुमार गुप्ता, सुनील चौबे, अजीत सोनी, रवि शंकर त्रिपाठी, विकास राज, गुड्डू चौरसिया, संतोष प्रसाद, रवींद्र मिश्र, जगरनाथ पासवान, जॉली विश्वकर्मा, अंकित चौरसिया, अमित कुमार साहू, ईश्वर गोप, शशिकांत भगत, प्रेमप्रकाश भगत, उदय साहू, निर्मल सिंह, दीपक वर्मा काजू सहित कई लोग थे.