झारखंड के आदिवासी समाज जागरूक हो गये है. अब हमें कोई तोड़ नहीं सकता है. जिस तरह सीएनटी,एसपीटी एक्ट का विरोध हमने किया और सरकार को इस एक्ट को वापस लेना पड़ा, उसी तरह धर्मांतरण बिल का हम पूरे झारखंड में विरोध करेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार आदिवासी विरोधी है और आदिवासियों के अस्तित्व को मिटा देना चाहती है. इस सरकार के खिलाफ जनजातीय समाज एक बड़े उलगुलान की तैयारी में है. समय रहते सरकार अपनी हरकतो से बाज आये, नहीं तो आने वाले समय में इसका बड़ा खामियाजा भुगताना पड़ेगा. कांग्रेस नेता अलबर्ट तिग्गा व प्रखंड अध्यक्ष बासिल तिर्की ने कहा कि भाजपा सरकार संघ के इशारे पर काम कर रही है. इस सरकार से लोग परेशान और भयभीत हैं. विकास के नाम पर विनाश का खेल चल रहा है. हमारी जमीन पर सरकार की बुरी
हमारी जमीन को बड़े उद्योगपतियों को सौंपने की तैयारी कर रही है, जिसे हम सफल नहीं होने देंगे. मौके पर अनूप फ्रांसिस कुजूर, मनोज एक्का, राजेश टोप्पो, विनय तिग्गा, इलियुस तिर्की, अंजलुस कुजूर व हेरमन लकड़ा सहित बड़ी संख्या में आदिवासी समुदाय के लोग मौजूद थे.