गुमला : गुमला के चर्चित ईंट व पत्थर व्यवसायी श्यामलाल प्रसाद की हत्या में शामिल दो शूटरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. अपराधी प्रदीप को पुलिस ने रांची और चेतन को गुमला के भंडरिया गांव से हथियार के साथ पकड़ा. इनके पास से हत्या में प्रयुक्त मोटरसाइकिल व मोबाइल भी बरामद किया गया है. इन लोगों ने श्यामलाल की हत्या की बात स्वीकार कर ली है.
इन लोगों ने अन्य साथियों और हत्या का षडयंत्र रचनेवालों का भी नाम बताया है. हत्या के षडयंत्र में कुछ करीबी भी शामिल हैं. पुलिस इसकी जांच कर रही है.
हत्या करने के बाद रांची भाग गया था प्रदीप : पुलिस के अनुसार, प्रदीप व चेतन सुपारी किलर हैं. श्यामलाल की हत्या का सौदा पांच लाख रुपये में तय हुआ था, लेकिन हत्या के बाद इन लोगों को मात्र पांच-पांच सौ रुपये मिले. हत्या करने के बाद प्रदीप रांची भाग गया था. जिसे पुलिस ने शुक्रवार की शाम को गिरफ्तार कर गुमला लायी. उसके पास से हत्या में प्रयुक्त मोटरसाइकिल भी जब्त किया गया. वहीं चेतन के पास से पस्तिौल व गोली मिली है.
टांगी से काटा : इन लोगों ने पहले श्यामलाल की स्कूटी को धक्का मारकर गिरा दिया. इसके बाद प्रदीप ने उन्हें टांगी से काट दिया. पुलिस जांच व अपराधियों से पूछताछ में पता चला है कि टांगी से काटकर हत्या की गयी थी. गोली नहीं मारी गयी थी. इन दोनों के साथ एक अन्य अपराधी राजेश लोहरा भी था.
व्यावसायिक रंजिश व जमीन विवाद : पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार, श्यामलाल की हत्या के पीछे जमीन विवाद, व्यावसायिक रंजिश भी एक वजह है. इसी को लेकर कुछ लोगों ने पैसे देकर सुपारी किलरों से हत्या करायी. हत्या में पूर्व अपराधी शंकर प्रधान का भी हाथ है, जो अभी फरार है. पहले भी शंकर प्रधान ने श्यामलाल पर दो बार जानलेवा हमला किया था. पुलिस शंकर को खोज रही है.