बदहाली. पोड़ैयाहाट प्रखंड के नवडीहा पंचायत के वन टोला व खडरा टोला का हाल, ग्रामीणों ने कहा
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अंधेरे में कटती रात, सुबह लगती पानी के लिये कतार
बदहाली. पोड़ैयाहाट प्रखंड के नवडीहा पंचायत के वन टोला व खडरा टोला का हाल, ग्रामीणों ने कहा सरकार आदिवासियों के विकास के लिये कई योजनाएं चला रही है. बावजूद पोड़ैयाहाट प्रखंड के नवडीहा पंचायत के वन व खडरा टोला में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है. यहां के लोगों ने प्रशासन से समस्या समाधान की मांग […]
सरकार आदिवासियों के विकास के लिये कई योजनाएं चला रही है. बावजूद पोड़ैयाहाट प्रखंड के नवडीहा पंचायत के वन व खडरा टोला में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है. यहां के लोगों ने प्रशासन से समस्या समाधान की मांग की है.
इंतेखाब
गोड्डा/पोड़ैयाहाट : आदिवासियों के विकास के लिये सरकार कई तरह की योजनाएं चला रही है. बावजूद आदिवासियों को योजनाओं का सही लाभ नहीं मिल रहा है. इस उदाहरण पोड़ैयाहाट प्रखंड के नवडीहा पंचायत के आदिवासी बहुल गांव वन टोला व खडरा टोला है. यहां के लोग मूलभूत सुविधाओं के अभाव में बदतर जिंदगी जीने को विवश हैं. गांव में बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा आदि जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं है. बता दें कि गांव जिला मुख्यालय से महज आठ किमी दूर है. वहीं गोड्डा-देवघर मुख्य मार्ग से महज एक िकलो मीटर दूर है.
एक चापानल बुझाती है प्यास
ग्रामीणों ने बताया कि वन टोला में एक चापानल ही है. दोपहर में चापानल से पानी नहीं निकलता है. एक-दो बालटी पानी निकालने के बाद चापानल जवाब दे देता है. दो से तीन घंटे के बाद ही चापानल पानी देता है.
पाेल लगा नहीं आयी बिजली
ग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 2005-06 में राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना के तहत गांव में बिजली पाेल, तार व ट्रांसफाॅर्मर गांव बाया. लेकिन आज तक बिजली बल्ब नहीं जल पाया है. बिजली पोल को देखकर लोगों की आंखें पथरा गयी है. अब सौच रहे हैं कि गांव में बिजली आयेगी भी कि नहीं. वहीं ट्रांसफॉर्मर में जंग लगने लगा है.
बोल्डर युक्त सड़क पर चलने को विवश
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में आज तक पीसीसी नहीं बना है. 10-15 वर्ष पहले गांव की मुख्य सड़क पर बोल्डर गिरा कर मिट्टी से ढक दिया गया. उसी पर आवागमन करते है. अब सड़क पर बड़े-बड़े बोल्डर निकल आये है. मिट्टी बरसात के पानी से बह गया है. इस पर चलने से कई ग्रामीण चोटिल भी हो चुके है. प्रशासन से सड़क मरम्मत की मांग करते हैं.
क्या कहते हैं ग्रामीण
ग्रामीण गोविंद मरांडी, अमीन सोरेन, देनु किस्कू, शिवलाल मरांडी, सुरेंद्र मरांडी आदि ने बताया कि गांव की ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया है. पदाधिकारी गांव नहीं आते हैं. समस्या का समाधान होता नहीं है.
समस्याओं से परेशान हो गये हैं. बिजली नहीं होने से लोग रात अंधेरे में बीताते हैं. पानी की जुगाड़ के लिए महिलाओं को घर द्वार छोड़ कर काफी दूरी तय करना पड़ता है,
जब जाकर पानी मिलता है. ग्रामीणों ने उपायुक्त, कार्यपालक अभियंता व बीडीओ, सीओ से समस्याओं से निजात दिलाने की मांग की है.
क्या कहती है मुखिया
”50 वर्ष से इस गांव में बिजली नहीं है. अपनी पंचायत के इस गांव में कुछ भी नहीं है. बिजली के मामले को लेकर कई बार पदाधिकारी के पास रखा गया है. बावजूद कुछ नहीं हो पाया है. गांव की समस्या समाधान करने की पहल करूंगी”
– प्रभा रानी देवी, मुखिया, नवडीहा पंचायत
गांव में जल्द पहुंचेगी बिजली
” कोई गांव बिजली नहीं पहुंची है. पोड़ैयाहाट का कई टोला छुटा गया है. इन टोले में दीनदयाल उपाध्याय ज्योति योजना के तहत विद्युतीकरण कर बिजली बहाल की जायेगी.”
-गोपाल प्रसाद वर्णवाल, कार्यपालक अभियंता, बिजली विभाग
समस्या को किया जायेगा दूर
” पीएचइडी विभाग के पदाधिकारियों से कह कर दोनों टोला के पेयजल संकट को दूर किया जायेगा. योजना बनाओ अभियान में सड़क लिया गया होगा तो निर्माण कराया जायेगा. गांव की समस्या को दूर करने का प्रयास किया जायेगा”
-कुमार अभिषेक सिंह, बीडीओ पोड़ैयाहाट
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