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कई राज्यों की मंडी में जाता है इचाक का धनिया पत्ता

इचाक : हजारीबाग जिले के इचाक प्रखंड की धनिया पत्ता मंडी देश के कई राज्यों की मंडी में धनिया का बाजार भाव तय करती है. प्रति दिन दस लाख का कारोबार होता है. बिहार, बंगाल, उत्तर प्रदेश, ओड़िशा, छत्तीसगढ़ राज्यों में इचाक के धनिया पत्ते की काफी खपत है. जायकेदार खाना बनाना हो, या खूबसूरत […]

इचाक : हजारीबाग जिले के इचाक प्रखंड की धनिया पत्ता मंडी देश के कई राज्यों की मंडी में धनिया का बाजार भाव तय करती है. प्रति दिन दस लाख का कारोबार होता है. बिहार, बंगाल, उत्तर प्रदेश, ओड़िशा, छत्तीसगढ़ राज्यों में इचाक के धनिया पत्ते की काफी खपत है.

जायकेदार खाना बनाना हो, या खूबसूरत डीश सजाना हो, तो इचाक के धनिया पत्ता का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर होता है. किसान सीताराम कुशवाहा करियातपुर निवासी इस बात से ज्यादा खुश है कि धनिया पत्ता की खेती व्यवसाय का जरिया बना है.

प्रति एकड़ एक लाख का व्यवसाय

किसान विकास मंच के अध्यक्ष अनुज कुमार मेहता ने बताया कि धनिया पत्ता एक कच्च व्यवसाय है. समय पर फसल तैयार हुई. बाजार का भाव अच्छा रहा, तो प्रति एकड़ लगभग एक लाख रुपये तक की कमाई हो जाती है. लगातार बारिश होने से धनिया सड़ने और बाजार गिरने से किसानों को नुकसान भी होता है.

इचाक मोड़ की धनिया मंडी

मंडी व्यवसायी भोलानाथ कुमार दीपक मेहता वर्षो से धनिया पत्ता का व्यवसाय कर रहे हैं. इचाक चौक मंडी से प्रति दिन धनिया का बाजार भाव तय होता है. प्रतिदिन लगभग 16 टन धनिया विभिन्न राज्यों में भेजा जाता है. प्रतिदिन का कारोबार दस लाख रुपये तक होता है. विभिन्न राज्यों के व्यवसायी इचाक आकर किसानों से सीधे धनिया खरीदते हैं.

पूंजी का अभाव

किसान विकास मंच के अध्यक्ष अनुज मेहता ने बताया कि इचाक प्रखंड में खेतों में सिंचाई के साधन का अभाव है. किसानों के पास पूंजी का अभाव है. इसके कारण धनिया का पैदावार पूरी क्षमता के अनुसार नहीं कर पाते हैं. बरसात में फसल सड़ जाती है. इससे किसानों को नुकसान होता है. किसानों को सिंचाई की सुविधा उपलब्ध करायी जाये. फसल बीमा की सुविधा मिले.

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