बोआरीजोर : ललमटिया थाना क्षेत्र के रानीडीह गांव में दोपहर बाद आदिवासी ग्रामीण अचानक आक्रोशित होकर हंगामा करने लगे. इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस को डेढ़ घंटे तक बंधक बनाये रखा और उनके साथ मारपीट की.
गांव की आदिवासी लड़की के साथ पास के गांव के मुस्लिम युवक को आपत्तिजनक स्थिति में देखे जाने के बाद ग्रामीणों ने दोनों को पकड़ा. सूचना पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों के कब्जे से प्रेमी युगल को निकाल कर थाना भेज दिया. इस बात को लेकर आक्रोशित ग्रामीण ने पुलिस पर हमला कर दिया. घटना रानीडीह गांव की बतायी जाती है.
मंगलवार दोपहर के बाद गांव से सटे साहिबगंज जिला के भगैया के गडरा गांव के मुस्लिम युवक गांव की आदिवासी लड़की के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देखने के बाद लोग आक्रोशित थे. घटना की सूचना ललमटिया थाना को मिली. थाना प्रभारी बलिराम रावत व एएसआइ अरुण कुमार के साथ दर्जनों की संख्या में पहुंची पुलिस ने प्रेमी युगल को ग्रामीणों से बंधक मुक्त करा कर थाने भेज दिया.
जिससे गुस्साये ग्रामीणों ने थाना प्रभारी व पुलिस कर्मी को चारों ओर से घेरते कर हमला कर दिया. इस दौरान थाना प्रभारी बलिराम रावत एवं अरूण कुमार को भी करीब एक घंटे तक ग्रामीणों ने बंधक बना कर पीटा. सूचना के बाद एसडीपीओ डॉ वीरेंद्र कुमार चौधरी ने प्रेमी युगल को थाने से लाकर ग्रामीणों को सौंप दिया. जैसी ही ग्रामीणों ने युवक को देखा उसपर हमला कर दिया. हमले से दोनों को बचाने गयी पुलिस पर ग्रामीणों ने दोबारा हमला कर दिया.
ग्रामीणों ने लाठी डंडा व पत्थर से पुलिस पर हमला किया. हमले में बोआरीजोर थाना प्रभारी घनश्याम गोस्वामी, ठाकुरगंगटी थाना प्रभारी प्रेमचंद भगत, एसडीपीओ का बॉडीगार्ड प्रदीप कुमार, एएसआइ एतवा मुंडा को सर व शरीर पर चोट आयी है. ग्रामीण आदिवासी नियम के तहत गांव में पंचायती कर मामले का निबटारा करना चाहते थे.
बताया जाता है कि मुस्लिम युवक को इतनी मार पड़ी है कि वह बोलने की स्थिति में भी नहीं है. युवक अपना नाम भी नहीं बता पा रहा है. जिसके बाद पुलिस ने पुन: ग्रामीणों के चंगुल से उठा कर युवक को थाना ले आयी. इधर, गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है. थाना में पुलिस की ओर से बैठक कर मामला दर्ज करने की रणनीति बनायी जा रही है.