गोड्डा : किसानों की समस्या को लेकर माकपा की ओर से आयोजित समाहरणालय घेराव में माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य वृंदा करात गुरुवार को शामिल हुईं.
किसानों की प्रमुख समस्याओं को लेकर श्रीमती करात की अगुवाई में सैकड़ों कार्यकर्ता लाल झंडा लिये समाहरणालय गेट पर पुलिस सिक्यूरिटी को ध्वस्त कर डीसी का घेराव करने परिसर में पहुंचे. करीब चार घंटे तक आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन को लेकर जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन को मशक्कत करनी पड़ी.
मौके पर कामरेड वृंदा करात ने कहा कि गोड्डा के उपायुक्त को किसानों की समस्याओं की जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि चार माह से महगामा में किसानों की सिंचाई की समस्याओं को लेकर धरना दिया जा रहा है मगर मामले को लेकर जिला अधिकारी अनदेखी कर रहे हैं.
जिंदल कंपनी की दलाली में पूरा प्रशासन नतमस्तक रहता है. किसानों की समस्याओं से जिला प्रशासन को कोई लेना देना नहीं है.
दिल्ली से किसानों के सवाल पर आयी हूं
कामरेड करात ने कहा कि मैं दिल्ली से किसानों के सवाल पर गोड्डा आयी हूं, लेकिन यहां के डीसी को किसानों की समस्या सुनने की फुर्सत नहीं है.
गरीबों की इज्जत बचे, यही लाल झंडे का सिद्धांत
करात ने कहा कि यह लाल झंडे का उसूल है कि गरीबों की इज्जत किसी भी सूरत में जाया नहीं होने दी जायेगी. देश के प्रधानमंत्री देशवासियों के लिये दुश्मन से मिलना पसंद करते हैं लेकिन गोड्डा डीसी को किसानों के हितों से कोई लेना देना नही हैं.
सात सूत्री मांगों को मानने के बाद ही समाप्त किया घेराव कार्यक्रम
किसानों से संबंधित सात सूत्री मांगों को मानने के बाद ही कामरेड करात ने डीसी के घेराव के कार्यक्रम को समाप्त किया. इस दौरान राज्य सचिव जी के बख्शी, प्रकाश विप्लबी, एसपी तिवारी, अशोक साह, राधेश्याम चौधरी आदि उपस्थित थे.