पारा शिक्षक मामले में डीसी ने की ग्राम शिक्षा समिति के साथ बैठक
Advertisement
जांच के लिए मांगा प्रमाण-पत्र
पारा शिक्षक मामले में डीसी ने की ग्राम शिक्षा समिति के साथ बैठक कोर्ट के आदेश के बाद डीसी ने की पहल पारा शिक्षिका पर फर्जी प्रमाण प्रत रखने का आरोप लगाया नाला : डीसी रमेश कुमार दुबे ने बुधवार को उच्च न्यायालय के निर्देश पर नाला प्रखंड के भंडारबेड़ा उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय में कोर्ट […]
कोर्ट के आदेश के बाद डीसी ने की पहल
पारा शिक्षिका पर फर्जी प्रमाण प्रत रखने का आरोप लगाया
नाला : डीसी रमेश कुमार दुबे ने बुधवार को उच्च न्यायालय के निर्देश पर नाला प्रखंड के भंडारबेड़ा उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय में कोर्ट में अपीलकर्ता कन्हाई लाल मंडल की शिकायत की सत्यता की जांच की. इसको लेकर उन्होंने ग्राम शिक्षा समिति तथा ग्रामीणों के साथ बैठक की. गौरतलब है कि वर्ष 2010 में कोर्ट में अपीलकर्ता कन्हाई लाल मंडल ने शिकायत की थी कि पारा शिक्षक का चयन अधिमानता के आधार पर हुआ था. कोर्ट का आदेश था कि आवेदनकर्ता कन्हाई लाल मंडल का प्रतिवेदन भेंजे.
डीसी ने तात्कालिक ग्राम शिक्षा समिति के अध्यक्ष नरेंद्र मुर्मू तथा अन्य सदस्यों से पूछताछ की. नरेंद्र मुर्मू ने कन्हाई लाल मंडल के चयन को लेकर अस्वीकार किया. कहा कि सुभाष मरांडी वर्तमान विद्यालय के प्रधानाध्यापक तथा बदाता मुर्मू ने उस समय चयन के लिए आवेदन किए थे.
उन्हें ही हम पहचानते हैं. कन्हाई लाल मंडल का चयन उनकी अध्यक्षता में नहीं हुई है. गौरतलब है कि वर्ष 2007 में पारा शिक्षक चयन को लेकर नरेंद्र मुर्मू की अध्यक्षता में बैठक हुई थी. रजिस्टर में नरेंद्र मुर्मू का हस्ताक्षर भी है, परंतु नरेंद्र मुर्मू ने अपने हस्ताक्षर को स्वीकारा नहीं. कहा कि यह मेरा हस्ताक्षर नहीं है. नरेंद्र मुर्मू का कहना है कि उनके कार्यकाल में सुभाष मरांडी तथा मुखोदी हांसदा का चयन किया गया है. कोषाध्यक्ष मालती बेसरा ने भी कहा कि कन्हाई लाल मंडल की चुनाव की बैठक में वह नहीं थी. डीसी ने तत्काल कन्हाई लाल मंडल को सभी आवश्यक कागजात लेकर 30 तारीख तक समर्पित करने का निर्देश दिया. बैठक के दौरान कोर्ट में अपहलकर्ता कन्हाई लाल मंडल ने वर्तमान कार्यरत पारा शिक्षिका मुखोदी हांसदा के महाविद्यालय परित्याग प्रमाण पत्र पर ही प्रश्न चिह्न उठा दिया. उन्होंने कहा कि पारा शिक्षिका मुखोदी हांसदा का महाविद्यालय परित्याग प्रमाण पत्र फर्जी है जिसकी जांच होनी चाहिए. मामले का एक नया मोड़ पदाधिकारियों के समक्ष खड़ी हो गयी. डीसी तथा डीडीसी ने दोनों पक्षों को मूल प्रमाण पत्र समर्पित करने को कहा. वहीं उन्होंने कोर्ट के आदेश के अनुसार कन्हाई लाल मंडल का स्थाई पता, ग्राम, मतदाता पहचान पत्र आदि प्रमाण पत्र की सत्यता की जांच की. बैठक में डीडीसी भोर सिंह यादव, एडीपीओ अशोक कुमार सिन्हा, बीडीओ सुनील कुमार प्रजापति, सीओ झुनू कुमार मिश्रा, परियोजना पदाधिकारी मोतिउर रहमान, प्रमुख जियाराम हेंब्रम, मुखिया अंबिका हेंब्रम, नोनी गोपाल दे, सुबोधन बेसरा, धनंजय मुर्मू, विजय किस्कू , बाबुधन बास्की आदि मौजूद थे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement