कई माह से झेल रहे थे प्रताड़ना
विधानसभा में उठ चुका था मामला
बगोदर/डुमरी : पिछले कई माह से मलयेशिया में फंसे बगोदर 15 मजदूर रविवार को घर लौट गये. बताया कि करीब एक साल के बाद वे घर लौटे हैं. सभी ने शनिवार को मलयेशिया में फ्लाइट पकड़ी थी. 16 में 15 मजदूर रविवार को कोलकता आये, जबकि एक मजदूर चेन्नई का था.
कोलकाता आने के बाद 15 मजदूर चार पहिया वाहन से डुमरी पहुंचे. डुमरी में जदयू के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष मौलाना मोबीन रिजवी ने इसरी बाजार स्थित अपने आवास पर इनका स्वागत किया. मजदूरों के मलयेशिया में फंसे होने की सूचना के बाद से ही माले नेता विनोद सिंह समेत कई लोगों ने रिहाई की आवाज उठायी थी. बाद में इस मामले को बगोदर विधायक नागेंद्र महतो व धनवार विधायक राजकुमार यादव ने विधानसभा में भी उठाया था.
अच्छी पगार का दिया गया था लालच: मजदूरों ने बताया कि उन्हें अच्छी पगार लालच देकर एसजी केबल में कार्यरत एक ठेकेदार मलयेशिया ले गया था. मलयेशिया के एसजी केबल ट्रांसमिशन लाइन में काम करने के लिए सभी को सारावाक ले जाया गया. कुछ महीने तक 18,000 रुपये मिला. फिर वेतन बंद कर दिया गया. कंपनी ने कहा कि अभी काम नहीं है. मजदूरों ने बताया कि बाद में उनका पासपोर्ट भी जब्त कर लिया गया. बाद में वीजा रेन्युअल नहीं होने पर 20 मजदूरों को मलयेशिया पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. वीजा रेन्युअल होने के बाद ही उनकी जेल से रिहाई हो सकी.