सीसीएल गिरिडीह कोलियरी में कोल स्टॉक और वे ब्रिज में सीसीटीवी कैमरा लगाने की योजना को मूर्त्त रूप दिया जा रहा है. इसके तहत एक ओर जहां अपराधियों व कोयला चोरों पर पैनी नजर रखी जायेगी, वहीं दूसरी ओर कर्मचारियों पर भी प्रबंधन की सीधी नजर रहेगी.
गिरिडीह : गिरिडीह कोलियरी अंतर्गत कबरीबाद, ओपेनकास्ट, सीपी साइडिंग कोल स्टॉक समेत पांच कांटा घरों (वे ब्रिज) के समक्ष सीसीटीवी कैमरा लगाया जायेगा. वर्तमान में सीपी साइडिंग में सीसीटीवी कैमरा लगा है. इसी कड़ी में बनियाडीह स्थित कांटा घर का विद्युतीकरण किया जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक गिरिडीह कोलियरी में कोयला चोरी एक बड़ी समस्या रही है. यहां पर सीसीएल द्वारा वैज्ञानिक तरीके से उत्खनित कोयला को कोल स्टॉक में जमा किया जाता है.
फिर वहां से रेल रैक व रोड सेल के लिए सप्लाई किया जाता है. कोल स्टॉकों से व्यापक स्तर पर कोयले की चोरी होती है. खासकर रात के समय एक सक्रिय गिरोह द्वारा कोयला चोरों को सीपी साइडिंग में प्रवेश कराया जाता है. इसके एवज में गिरोह को कुछ राशि भी मिल जाती है. वैसे सीसीएल द्वारा सुरक्षा विभाग और होमगार्ड के जवानों को कोल स्टॉक की सुरक्षा की जिम्मेवारी सौंपी गयी है. परंतु कोयला चोरी रोकने में यह व्यवस्था नाकाम रही है.
अहम बात यह है कि कोल स्टॉक से कोयला चोरी रोकने पर कई बार कोयला चोरों ने सुरक्षा में तैनात जवानों पर भी हमला बोल दिया है. इसके अलावा अपराधियों का भी इस इलाके में बोलबाला रहा है. केबल व डीजल की लूट के अलावा कर्मचारियों व अधिकारियों से मारपीट व छिनतई की कई घटनाएं घटित हो चुकी है. ऐसे में सीसीटीवी का प्रयोग एक कारगर कदम होगा. इसके माध्यम से तमाम गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जायेगी. इसकी मॉनीटरिंग सीसीएल के इंजीनियर द्वारा की जायेगी.