– प्रमोद अंबष्ट –
गिरिडीह : सरकारी स्कूलों में बन रहे एमडीएम में फर्जी आंकड़ों का खेल चल रहा है. फर्जी आंकड़े दर्शा कर न केवल इस मद में चावल का उठाव किया जा रहा है, बल्कि नामांकन के अनुपात में विभाग से राशि ली जा रही है.
विभाग अगर गहराई से जांच करे तो कई सरस्वती वाहिनी संचालन समिति पर कार्रवाई हो सकती है. जानकारी के अनुसार जिले के 3618 विद्यालयों में चार लाख 45 हजार 675 छात्र नामांकित हैं.
इसमें प्रत्येक दिन बच्चों की औसत उपस्थिति के अनुसार कुल एक लाख 74 हजार 235 (माहवारी प्रतिवेदन के अनुसार) छात्र एमडीएम का लाभ लेते हैं. कुल नामांकित छात्रों का 66 प्रतिशत दर के अनुसार बच्चों के लिए एमडीएम की राशि स्वीकृत की जाती है.
प्रखंड के सभी बीआरसी में चावल उठाव के लिए गोदाम बनाया गया है और स्कूल द्वारा समर्पित कुल नामांकित छात्रों के प्रतिवेदन के अनुसार चावल का उठाव किया जाता है. इसी अनुरूप राशि भी दी जाती है, जबकि सच्चई यह है कि स्कूल में औसत उपस्थिति के अनुसार एमडीएम बनते हैं.