गिरिडीह : कांग्रेस के पूर्व सांसद तिलकधारी प्रसाद सिंह ने कहा कि झारखंड में सरकार का गठन तो हो गया है, लेकिन सरकार के पास अवधि कम और काम ज्यादा है. ऐसे में हेमंत सरकार को विकास को लेकर ठोस कदम उठाने की जरूरत है.
उक्त बातें उन्होंने शनिवार को अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही. श्री सिंह ने कहा कि जिले में जमुआ, राजधनवार व बगोदर को अनुमंडल और नवडीहा, द्वारपहरी, हीरोडीह व घोरथंबा को मिला कर प्रखंड बनाने की मांग वर्षो से की जा रही है.
अगर यह सरकार जनहित व प्रशासनिक दृष्टिकोण से उक्त मांग की पूर्ति करती है तो निश्चित रूप से यह एक बड़ा कदम होगा. श्री सिंह ने कहा कि राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना के तहत केंद्र ने गांव–गांव तक बिजली पहुंचाने का कार्य किया. हालांकि इसमें राज्य सरकार का भी अपना एक दायित्व होता है.
सरकार को इस दिशा में कार्य करने की जरूरत है. बेहतर शिक्षा व्यवस्था के लिए प्राइमरी शिक्षकों के रिक्त पद को भरने के अलावा हाई स्कूल में शिक्षकों की जो कमी है उसे भी पूरा करने की जरूरत है. श्री सिंह ने कहा कि प्राथमिकता के आधार पर सरकार को शिक्षकों की बहाली करना चाहिए. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत कांग्रेस कोटा के मंत्री राजेंद्र प्रसाद सिंह, गीताश्री उरांव समेत अन्य मंत्री भी विकास को लेकर चिंतित हैं.
निश्चित रूप से यह सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी. श्री सिंह ने कहा कि जमुआ में अस्पताल भी खुला लेकिन इसे रेफरल अस्पताल का दर्जा नहीं मिला. वहीं जमुआ प्रखंड मुख्यालय में हाई स्कूल नहीं है.
ऐसे में सरकार को गंभीरतापूर्वक कदम उठाना चाहिए. गांडेय विधायक सरफराज अहमद को मंत्री नहीं बनाये जाने के सवाल पर श्री सिंह ने कहा कि यह हाइकमान का फैसला है. प्रेस वार्ता के दौरान जिलाध्यक्ष एनपी सिंह बुल्लू, पोरेशनाथ मित्र, कमल नयन सिंह, धनंजय सिंह, राजेश तुरी मौजूद थे.