गांडेय : आज भले ही हम आजादी से राज्य में रह रहे हैं और विकास की ओर अग्रसर हैं, लेकिन इस राज्य को हासिल करने के लिए कई ने अपना बलिदान दिया. उक्त बातें पूर्व विधायक सालखन सोरेन ने कही.वह गुरुवार को प्रखंड के अहिल्यापुर मोड़ में आहूत शहीद किशुन मरांडी के 18 वें शहादत दिवस समारोह में बोल रहे थे.
श्री सोरेन ने कहा कि शहीद किशुन मरांडी ने महाजनी प्रथा व सूदखोरी के खिलाफ ही नहीं, झारखंड राज्य अलग करने की लड़ाई में भी अहम भूमिका निभायी थी. कहा कि उनकी शहादत के बाद पार्टी उनके परिजनों के हर सुख दुख में साथ रही है.
मौके पर जिप सदस्य सह पार्टी नेता हीरालाल मुमरू ने कहा कि राज्य गठन के बाद राज्य में बनी सरकारें शहीदों के आश्रितों को नौकरी व सम्मान देने में सफल नहीं रही है. सरकार इस मसले पर पहल करे ताकि आम जनों में जनता व देश–समाज के लिए संघर्ष करने का जज्बा पैदा हो.
इसके पूर्व शहीद किशुन मरांडी की पत्नी बबली मरांडी ने शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धासुमन अर्पित किया. श्रद्धांजलि देने वालों में पूर्व विधायक, जिप सदस्य समेत जिलाध्यक्ष पंकज ताह, बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सुदिव्य कुमार सोनू, हींगामुनि देवी, संजय सिंह, अजीत कुमार पप्पू, धनेश्वर मंडल, महालाल सोरेन, मो याकूब, हलधर राय, संजय तिवारी, प्रखंड अध्यक्ष प्रधान हांसदा, सचिव भैरो वर्मा, नुनूलाल किस्कू उर्फ टाइगर, गोपिन मुमरू, अनिल टुडू, मो अनवर, रेखा मंडल, अंजू सरकार समेत कई मौजूद थे.
टूर्नामेंट का हुआ आयोजन
शहीद किशुन मरांडी के 18 वें शहादत दिवस के मौके पर यहां फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन किया गया. शहीद किशुन मरांडी मेमोरियल फुटबॉल टूर्नामेंट में यहां कुल 16 टीमों ने भाग लिया. इस दौरान विजेता टीम व उप विजेता टीम को पूर्व विधायक सालखन सोरेन ने पुरस्कृत किया.