– सुमरजीत सिंह –
गिरिडीह : पोस्टमार्टम कराना हो तो दिन के दो बजे से पहले सदर अस्पताल पहुंचना होगा. पोस्टमार्टम का समय प्रात: नौ बजे से शाम पांच बजे तक निर्धारित है. यदि आप अंत्यपरीक्षण के लिए जल्दी में हैं और मजबूर हैं तो आपको सदर अस्पताल की ओर से कहा जायेगा कि डीसी साहब से लिखित लाये बगैर पोस्टमार्टम नहीं होगा.
मंगलवार को सड़क दुर्घटना में मृत दो युवकों के शवों का पोस्टमॉर्टम डॉक्टर की लापरवाही के कारण नहीं हो सका. डॉक्टर की मनमानी का आलम यह रहा कि दोनों लाशें आउटडोर परिसर में बुधवार को 12 बजे तक पड़ी रही और दूर गांव से आये परिजन लाश के पास ही घंटों बैठे रहे.
सड़क दुर्घटना में मृतक जमुआ पातरडीह के राजेश यादव तथा धनवार क्षेत्र के विपिन कुमार के शव शाम तीन बजे सदर अस्पताल में अंत्यपरीक्षण के लिए लाये गये. मृतक के परिजन अंत्यपरीक्षण के लिए डॉक्टर से गुहार करते रहे. उनकी एक न सुनी गयी. दूसरे दिन बुधवार को दिन के बारह बजे शवों का अंत्यपरीक्षण हुआ.
इस बाबत मृतक विपिन के परिजन नीतेश सिन्हा ने कहा कि जब वे यहां मंगलवार को अपराह्न तीन बजे पहुंचे तो अस्पताल कर्मियों ने कहा कि जो होगा कल ही होगा. कर्मियों ने कहा कि आपको आज पोस्टमार्टम कराना है तो डीसी से लिखित लेकर आइये. वहीं मृतक राजेश के भाई नरेश यादव ने बताया कि मंगलवार को राजेश स्नातक पार्ट वन की परीक्षा का एडमिट कार्ड लाने कॉलेज जा रहा था.
रास्ते में खेत जोतकर आ रहे ट्रैक्टर ने उसकी बाइक में टक्कर मार दी जिससे उसकी मौत घटनास्थल पर हो गयी. उसे लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल अपराह्न तीन बजे पहुंच गये. लेकिन सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए कोई तैयार नहीं हुआ. विधायक फोन पर भी डॉक्टर कुछ सुनने को तैयार नहीं थे. अंतत: बुधवार को दिन के बारह बजे के बाद दोनों मृतकों का पोस्टमार्टम किया गया.