– अमरनाथ सिन्हा –
गिरिडीह : जिले में नेपाली गांजा की बिक्री धड़ल्ले से हो रही है. स्टेशन रोड, बड़ा चौक, कचहरी परिसर, मकतपुर, पचंबा, बस स्टैंड, कोल्डीहा, आंबेडकर चौक, बभनटोली, मोहनपुर समेत शहरी और शहर से सटे इलाके में यह गांजा बेचा जा रहा है. इस गोरखधंधे में दर्जनों लोग जुटे हैं, जो इस गांजे को बिहार के रास्ते से लाते हैं और बाजार में खपाते हैं.
बताया जाता है कि गांजा तस्कर इस गांजे को बस या ट्रेन के सहारे गिरिडीह लेकर आते हैं. गिरिडीह आने से पहले ही सप्लायर और विक्रेता के बीच बात हो जाती है. गिरिडीह पहुंचते ही चंद घंटे में सभी विक्रेता तक माल पहुंचा कर तस्कर वापस चले जाते हैं.
गिरिडीह में गांजा पहुंचाने वालों में कई तस्कर बिहारशरीफ के रहनेवाले हैं. गिरिडीह के रहने वाले कुछ लोग भी बाहर से गांजा लाकर सप्लाई करने का काम करते हैं. जिले में 5 ग्राम गांजा की कीमत 50 रुपया है.
जानकार बताते हैं कि कम पूंजी में ज्यादा कमाई रहने के कारण इस अवैध कार्य में लोग जुटे हुए हैं. एक अनुमान के मुताबिक सिर्फ शहरी इलाके में एक माह में 10 लाख से अधिक का गांजा खपत किया जाता है. यह धंधा यहां लगातार फल–फूल रहा है लेकिन पुलिस व उत्पाद विभाग मामले को लेकर गंभीर नहीं है.