गिरिडीह : गिरिडीह जिले में दहेज उत्पीड़न और दहेज हत्या की घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है. शायद ही ऐसा कोई सप्ताह बचता है कि जब दहेज हत्या या उत्पीड़न का मामला सामने नहीं आता है. पुलिस आंकड़े पर अगर गौर करें तो 2011 से फरवरी 2013 तक 71 महिलाओं की हत्या दहेज के कारण हुई है.
वर्ष 2011 में जहां दहेज हत्या का 30 मुकदमा दर्ज हुआ तो 2012 में ऐसे 32 मामले सामने आये. जबकि फरवरी 2013 तक 9 मामले सामने आये हैं. इसके बाद भी दहेज हत्याओं का सिलसिला जारी है. प्रत्येक सप्ताह जिले के किसी न किसी थाने में दहेज उत्पीड़न या दहेज हत्या का मामला दर्ज हो रहा है.
बुधवार को भी इसी तरह का मामला प्रकाश में आया. यहां पर महज 28 दिन पहले बिहायी गयी अंजु की मौत संदिग्ध अवस्था में हो गयी. अंजु ससुराल में ही बुरी तरह जल गयी और अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. घटना के बाद परिजनों ने कहा कि दहेज के लिए ही उसकी बेटी की हत्या कर दी गयी. बीते सप्ताह भी मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पालमो में भी इसी तरह की घटना घटी. यहां पर एक महिला ने फांसी लगाकर अपनी इहलीला समाप्त कर ली.