डुमरी : डुमरी विधानसभा क्षेत्र में 61.42 प्रतिशत मतदान हुआ, जो पिछले विधानसभा चुनाव से करीब 10 प्रतिशत कम है. हालांकि ग्रामीण इलाकों में मतदान का प्रतिशत शहरी क्षेत्रों से अधिक रहा. विधानसभा क्षेत्र का एक बड़ा इलाका नक्सल प्रभावित होने के कारण यहां शांतिपूर्ण मतदान कराना प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती थी़ बावजूद सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहने के कारण कहीं पर भी नक्सलियों का खौफ मतदाताओं में नहीं दिखा़ ठंड के बावजूद मतदाता वोट देने के लिए बाहर निकले.
विधानसभा क्षेत्र के इसरी बाजार में एक व नावाडीह प्रखंड में पांच पिंक बूथ बनाये गये थे. इन केंद्रों पर महिला मतदान कर्मियों को प्रनिनियुक्त किया गया था़ पूरे विधानसभा क्षेत्र के 59 मतदान केंद्रों पर वेब कास्टिंग की व्यवस्था की गयी थी. प्रखंड में दो मॉडल मतदान केंद्र बनाये गये थे. शांतिपूर्ण मतदान संपन्न होने के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली़
इवीएम में लॉक हुआ 15 प्रत्याशियों का भाग्य : डुमरी विधानसभा क्षेत्र के 15 प्रत्याशियों का भाग्य सोमवार को इवीएम में बंद हो गया. विधानसभा क्षेत्र के करीब 2 लाख 73 हजार मतदाताओं में से करीब 61.42 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. डुमरी विधानसभा में गिरिडीह जिला के डुमरी प्रखंड में 199 मतदान केंद्र और बोकारो जिला के नावाडीह व चंद्रपुरा प्रखंड में 174 मतदान केंद्र बनाये गये थे.
निर्वतमान विधायक सह झामुमो प्रत्याशी जगरनाथ महतो, आजसू की यशोदा देवी, भाजपा प्रत्याशी प्रदीप कुमार साहू, जेवीएम प्रत्याशी शमसुद्दीन अंसारी, जदयू प्रत्याशी लालचंद महतो, एआइएमआइएम प्रत्याशी अब्दुल मोबिन रिजवी, आप प्रत्याशी निर्मल महतो सहित 15 प्रत्याशियों का किस्मत ईवीएम में कैद हो गया.
एंबुलेंस में सवार होकर वोट देने पहुंचा मतदाता : डुमरी प्रखंड के मतदान केंद्र संख्या 83 में एक मतदाता एंबुलेंस में सवार होकर मतदान करने पहुंचा. जामतारा निवासी धर्मवीर महतो का पैर बीते दिनों एक सड़क हादसे में टूट गया था. वह चलने में लाचार था. लेकिन लोकतंत्र के महापर्व में भागीदर बनने के लिए वह एंबुलेंस से केबी हाईस्कूल डुमरी स्थित मतदान केंद्र संख्या 83 पहुंचा और मतदान किया.
अकबकीटांड़ में जमकर निकले मतदाता
डुमरी प्रखंड के उग्रवाद प्रभावित इलाकों में सुबह से ही लोकतंत्र के महापर्व में हिस्सा लेने को लेकर ग्रामीण उत्साहित दिखे. शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण इलाकों में वोंटिग को लेकर सुबह से ही मतदाताओं की कतारें दिखी. खासकर महिलाएं व युवा वोटिंग को लेकर उत्साहित थे. नक्सल प्रभावित इलाकों में भी मतदाताओं की लंबी कतार दिखी, हालांकि दोपहर के बाद कुछ बूथों पर सन्नाटा दिखा. नक्सल उग्रवाद प्रभावित अकबकीटांड़ में मतदान देने को लेकर मतदाता जमकर निकले. बता दें कि बीते वर्ष मार्च में अकबकीटांड़ में ही पुलिस ने 15 इनामी नक्सलियों को भारी मात्रा में असलहे व गोला-बारुद के साथ पकड़ा था.
इस इलाके में कई नामचीन नक्सलियों का जमावड़ा लगा रहता था़ इसके बाद भी लोगों में उत्साह के साथ वोट डाला. अकबकीटांड़ में दो मतदान केंद्र था. मतदान केंद्र 26 में 433 मतदाताओं में से 313 यानी 72.28 प्रतिशत व मतदान केंद्र संख्या 25 में 736 मतदाताओं में से 540 यानी 73.36 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाला. समाचार लिखे जाने तक कहीं से कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं है.