बेंगाबाद : लुप्पी और गेनरो पंचायत को जोड़ने वाली लुप्पी-लोधरातरी सड़क काफी जर्जर हो गयी है. उक्त पथ की अब तक न तो किसी विभाग से मरम्मत करायी गयी है और न ही उसकी खोज खबर ली गयी है. मरम्मत नहीं होने से लोग जर्जर पथ पर ही चलने को विवश है. आधा दर्जन गांवों […]
बेंगाबाद : लुप्पी और गेनरो पंचायत को जोड़ने वाली लुप्पी-लोधरातरी सड़क काफी जर्जर हो गयी है. उक्त पथ की अब तक न तो किसी विभाग से मरम्मत करायी गयी है और न ही उसकी खोज खबर ली गयी है. मरम्मत नहीं होने से लोग जर्जर पथ पर ही चलने को विवश है.
आधा दर्जन गांवों को जोड़ने वाली पथ की स्थिति जर्जर
लुप्पी-लोधरातरी पथ लुप्पी और गेनरो पंचायत के आधा दर्जन गांवों को जोड़ने वाली महत्वपूर्ण पथ है. इस पथ होकर लुप्पी, धोबनी, लोधरातरी, सिधवासिंगा, कदमाटोल सहित आधा दर्जन गांवों के ग्रामीण नित्य प्रखंड व जिला मुख्यालय आते-जाते हैं.
झारखंड निर्माण के पूर्व तत्कालीन जनप्रतिनिधि व प्रखंड प्रशासन ने उक्त पथ को मिट्टी से बनवाया था. लेकिन अब तक इसकी मरम्मत नहीं कराये जाने से पथ बहुत खराब हो गया है.पथ के जर्जर हो जाने से बरसात के मौसम में आवाजाही में भारी परेशानी हो रही है. ग्रामीण शिबू हेम्ब्रम, जलील अंसारी, मनोज तुरी, केवल दास, खीरो दास, खुदी मोदी, जीतन पंडित, रामा तुरी, लालो मियां आदि ने प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत उक्त पथ का निर्माण व कालीकरण की मांग की है.
पंचायत स्तर पर नहीं हो सकता है निर्माण : मुखिया
मुखिया बसंती देवी ने कहा कि जर्जर पथ की लंबाई पांच किलोमीटर से अधिक होने के कारण इसकी मरम्मत पंचायत मद से कराना संभव नहीं है. मिट्टी मोरम से यह पथ टिक नहीं सकता है.हालांकि 14 वें वित्त से कुछ दूर तक पीसीसी का निर्माण किया गया है. लेकिन पथ का कालीकरण से ही स्थायी निदान संभव है. पथ निर्माण विभाग को पहल करने की जरूरत है. इधर आरइओ विभाग के कनीय अभियंता विजय कुमार ने कहा कि उक्त पथ का डीपीआर बनाकर शीघ्र निर्माण की दिशा में पहल की जायेगी.