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त्योहार में भी बिजली ने लोगों को रूलाया
गिरिडीह : शहर से लेकर गांव तक बिजली व्यवस्था लचर है. बिजली कब आती है कब जाती है यह उपभोक्ताओं को दूर विद्युत विभाग के कर्मियों को भी पता नहीं रहता है. ग्रामीण क्षेत्र में जहां चार से छह घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही है, वहीं शहरी क्षेत्र में 8 से 12 घंटे बिजली […]
गिरिडीह : शहर से लेकर गांव तक बिजली व्यवस्था लचर है. बिजली कब आती है कब जाती है यह उपभोक्ताओं को दूर विद्युत विभाग के कर्मियों को भी पता नहीं रहता है. ग्रामीण क्षेत्र में जहां चार से छह घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही है, वहीं शहरी क्षेत्र में 8 से 12 घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही है. बिजली को नियमित करने के सरकारी दावे विभागीय अधिकारियों के सामने फेल हैं.
इधर ग्रामीण क्षेत्रों में करमा और मुहर्रम जैसे त्योहारों में भी उपभोक्ताओं को बिजली का दर्शन नहीं हो पाया. स्थिति इतनी खराब है कि बुधवार रातभर बिजली गायब रही. अलसुबह दो बजे बिजली आयी भी तो पुन: कुछ ही देर में चली गयी. इसके बाद गुरुवार दिनभर गायब रही. शहरी क्षेत्र में भी दिनभर बिजली आती-जाती रही. इससे उपभोक्ता परेशान रहे.
कुछ फीडरों में ऑपरेटरों की मर्जी से जलती है बिजली : बेंगाबाद. बेंगाबाद प्रखंड क्षेत्र में बिजली विभाग की मनमानी से उपभोक्ता त्रस्त है. प्रखंड क्षेत्र के उपभोक्ताओं को मात्र चार से छह घंटे ही बिजली मिल पा रही है. इधर, बेंगाबाद पावर सब स्टेशन में शाम होते ही कर्मी फोन स्वीच ऑफ कर देते है और जिस फीडर में मर्जी होती है बिजली की सप्लाई कर देते हैं.
कभी-कभार फोन लग भी जाता है तो फॉल्ट होने की बात बताकर पल्ला झाड़ लेते हैं. सितंबर माह में एक भी दिन ऐसा नहीं है जिसमें रातभर लोगों को बिजली मिली हो. सबसे खराब हालत बेंगाबाद के फीडर नंबर चार, तीन और दो की है. फीडर नंबर चार में भलकुदर, गोलगो, बदवारा, चितमाडीह, बड़कीटांड़ और फीडर नंबर तीन में हरिला, छोटकीखरगडीहा, ओझाडीह, ताराटांड़ और तेलोनारी पंचायत को जोड़ा गया है. जबकि फीडर नंबर दो में अंबाटांड़, कर्णपुरा, बिजली बथान, केंदुआगडहा, महुआर, छाताबाद आदि गांव शामिल है.
इन फीडरों में उपभोक्ता शाम ढलने से ही परेशान होने लगते हैं. पिछले दो दिनों से पूरी रात बिजली गुल रही. इससे उपभोक्ताओं में विभाग के प्रति आक्रोश बढ़ता जा रहा है. उपभोक्ता बाबूचंद साव, राजकुमार यादव, महेंद्र यादव, मुकेश वर्मा, जयप्रकाश महतो, बबलू राम, जयप्रकाश वर्मा, भुनेश्वर महतो, प्रकाश यादव, मुन्ना वर्मा, चंद्रशेखर समेत कई अन्य उपभोक्ताओं का कहना है कि पावर सब स्टेशन के कर्मियों की लापरवाही से इन फीडरों को लगातार उपेक्षित किया जा रहा है.
गांडेय को भी नहीं मिली बिजली
इधर गांडेय प्रखंड में भी बुधवार रात से बिजली गुल है. लोगों को त्योहार में बिजली नहीं मिलने से आक्रोशित है. लोगों का कहना है कि सरकार बिजली बिल को बढ़ाकर राशि वसूल रही है, लेकिन बिजली व्यवस्था में सुधार नहीं लाया जा रहा है. उपभोक्ता अनियमित बिजली से परेशान हैं. कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष मो. अकबर, झामुमो के प्रखंड सचिव भैरो वर्मा, माले नेता मेहताब अली मिर्जा, झाविमो नेता प्रकाश चंद्र मिश्र, राजू राणा, पंसस मो. नाजीर आदि कहते हैं कि व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो करमा व मुहर्रम के बाद बिजली विभाग के खिलाफ एकजुट होकर वे सड़क पर उतरेंगे और गांडेय पावर हाउस को घेराव करेंगे.
क्या कहते हैं अधिकारी
विद्युत कार्यपालक अभियंता अनुप कुमार बिहारी का कहना है कि डीवीसी से ही नियमित बिजली नहीं मिल रही है. वहां से अधिक लोड शेडिंग हो रही है. इसलिए उपभोक्ताओं को अनियमित बिजली मिल रही है. शहरी क्षेत्र में छह घंटे की लोड शेडिंग हो रही है, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में 12 से 14 घंटे लोड शेडिंग की जा रही है. ग्रामीण क्षेत्रों में पावर कम रहने पर स्थानीय स्तर पर भी अचानक लोड शेडिंग की जा रही है. इन्हीं सब कारणों से बिजली कम मिल रही है. डीवीसी से नियमित बिजली मिलने पर इसमें सुधार होने की संभावना है.
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