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बेंगाबाद के तिलैबना गांव में नकली शराब फैक्ट्री पकड़ायी
बेंगाबाद/चपुआडीह : बेंगाबाद पुलिस व उत्पाद विभाग की टीम ने रविवार को ताराजोरी पंचायत के तिलैबोना गांव में अवैध रूप से संचालित देसी मशालेदार व विदेशी शराब की फैक्ट्री में छापामारी की. इस दौरान टीम को फैक्ट्री से 600 लीटर मसालेदार शराब, शराब बनाने की एक मशीन, 200 लीटर नकली विदेशी शराब, 200 लीटर स्प्रिट, […]
बेंगाबाद/चपुआडीह : बेंगाबाद पुलिस व उत्पाद विभाग की टीम ने रविवार को ताराजोरी पंचायत के तिलैबोना गांव में अवैध रूप से संचालित देसी मशालेदार व विदेशी शराब की फैक्ट्री में छापामारी की. इस दौरान टीम को फैक्ट्री से 600 लीटर मसालेदार शराब, शराब बनाने की एक मशीन, 200 लीटर नकली विदेशी शराब, 200 लीटर स्प्रिट, विभिन्न शराब कंपनियों का 500 पीस स्टिकर, एक हजार कॉर्क, 500 पीस खाली बोतल बरामद किया.
मौके से एक बाइक भी जब्त की गयी. बताया जाता है कि उत्पाद विभाग को सूचना मिली थी कि तिलैबोना गांव के एक खपरैल घर में नकली शराब बनायी जाती है. सूचना पर बेंगाबाद पुलिस व उत्पाद विभाग की टीम ने छापामारी की.
गिरिडीह ले गयी है. आगे की कार्रवाई उत्पाद विभाग ही करेगा. वैसे इस अवैध कारोबार में कौन-कौन लोग शामिल हैं, इसकी पड़ताल की जा रही है.
महीनों से चल रहा था धंधा, मुख्य धंधेबाज फरार
छापामार दल जब पहुंची तो मौके का फायदा उठाकर मुख्य धंधेबाज फरार हो गया. बाद में पड़ताल की गयी तो पता चला कि यहां पर कई महीने से यहां पर शराब बनाकर विभिन्न बाजारों में खपाते हैं. इस पूरे मामले में रुपेश नामक एक व्यक्ति का नाम सामने आया. उत्पाद विभाग के अवधेश कुमार सिंह, अनूप पाठक ने बताया कि इस अवैध कार्य में जिस रूपेश यादव का नाम आया है उसकी तलाश की जा रही है. कहा कि गांव जंगलों के बीच में अवस्थित है और जंगल का फायदा उठाकर धंधेबाज नकली शराब बनाने का काम कर रहे थे.
सूचना पर की गयी छापेमारी : थाना प्रभारी
इधर ,बेंगाबाद थाना प्रभारी ने बताया कि नकली शराब बनाने की सूचना पर तिलैबोना मे छापामारी हुई है. कहा कि जब्त नकली शराब सहित अन्य सामान को उत्पाद विभाग की टीम अपने साथ ले गयी है.
युवक को एनआइए टीम ने छोड़ा
पीरटांड़ के कठवारा से कंप्यूटर दुकानदार को पकड़ा था टीम ने
पीरटांड़: शनिवार की शाम को पीरटांड़ थाना इलाके के कठवारा से जिस कंप्यूटर दुकानदार को एनआइए की टीम ने पूछताछ के लिये पकड़ा था,उसे शनिवार की देर रात को छोड़ दिया गया. इस दौरान युवक से लगभग चार घंटे तक पूछताछ की गयी. पूछताछ में कई मामले की जानकारी ली गयी. इधर,बताया जाता है कि रविवार को भी एनआइए की टीम ने पीरटांड़ व डुमरी इलाके में पहुंचकर मामले की जांच की है. हालांकि, जांच को लेकर न तो पुलिस अधिकारी कुछ बता रहे हैं और न ही जांच एजेंसी. बता दें कि मधुबन थाना में दर्ज एक कांड व डुमरी थाना में दर्ज कांड की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी कर रही है. जांच के क्रम में एनआइए के अधिकारी रिमांड पर लिये गये इनामी नक्सली सुनील मांझी, शेखर उर्फ चार्लिस, सोहन भुईयां, गीता बेसरा, संज्योति, बालो समेत आठ नक्सलियों से पूछताछ की है. गौरतलब हो कि बीते पांच मार्च को एसपी एसके झा के नेतृत्व में पुलिस, सीआरपीएफ, कोबरा व झारखंड जगुआर की टीम ने डुमरी थाना इलाके के अकबकीटांड़ में छापामारी की थी. इस छापामारी में 15 नक्सली पकड़े गये थे तो नक्सलियों के पास से हथियार, कागजात के अलावा आधार कार्ड, एटीएम व बैंक पासबुक हुआ था. आधार कार्ड मिलने के मामले को राज्य सरकार ने गंभीरता से लिया और इसकी जांच एनआइए से कराने से निर्णय लिया था. बाद में गिरिडीह के दो नक्सली कांड की जांच एनआइए ने शुरू की.
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