लोड शेडिंग कर की जा रही फीडर में आपूर्ति, गिरिडीह की जनता परेशान
गिरिडीह : गरमी का मौसम आते ही एक ओर जहां बिजली की खपत बढ़ जाती है. वहीं डीवीसी द्वारा झारखंड विद्युत बोर्ड को अपेक्षाकृत कम मात्र में विद्युतापूर्ति की जा रही है. इसका खामियाजा आम जनता को इस भीषण गरमी में भुगतना पड़ रहा है.
विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता जर्नादन सिंह द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार गिरिडीह में 90 मेगावाट बिजली की आवश्यकता है. जबकि डीवीसी द्वारा 70 मेगावाट बिजली ही दी जा रही है. परिणाम स्वरूप विद्युतापूर्ति में कटौती करनी पड़ रही है. अलग-अलग फीडर में लोड शेडिंग कर बिजली काटी जाती है.
जानकारी के अनुसार गिरिडीह में दो सर्किल के माध्यम से विद्युत की आपूर्ति की जाती है, जबकि शहरी क्षेत्र में तीन फीडर के माध्यम से विद्युत की आपूर्ति की जाती है. सर्किल नंबर एक से शहरी व ग्रामीण इलाके के अलावा औद्योगिक क्षेत्रों में लगभग 25 से 30 मेगावाट बिजली की आपूर्ति की जाती है. जबकि दो नंबर सर्किल से जमुआ सहित जिले के विभिन्न हिस्सों में 40 मेगावाट बिजली की आपूर्ति की जाती है. वर्तमान समय में शहरी क्षेत्र के मकतपुर, बरगंडा, बरमसिया, बीबीसी रोड सहित आस-पास के मुहल्लों के अलावा सदर प्रखंड के सिहोडीह व सिरसिया में फीडर नंबर एक से आठ मेगावाट विद्युत की आपूर्ति की जाती है.
वहीं फीडर नंबर दो के माध्यम से बड़ा चौक, स्टेशन रोड, हुट्टी बाजार, बाभनटोली सहित आसपास के मुहल्लों में 6 मेगावाट बिजली की आपूर्ति की जाती है. जबकि शहर की उपनगरी पचंबा व आस-पास के इलाके के अलावा शहर के भंडारीडीह, झिझरी मुहल्ला व अन्य मुहल्लों समेत आस-पास के कई ग्रामीण इलाकों में तीन नंबर फीडर से 9 मेगावाट बिजली की आपूर्ति की जाती है.
पावर क्राइसिस होने की स्थिति में डीवीसी काटती है बिजली : बताया कि डीवीसी द्वारा एक ओर जहां अपेक्षाकृत कम मात्र में बिजली की आपूर्ति की जा रही है. वहीं पावर क्राइसिस होने की स्थिति में बिना बताये ही पावर कट कर दिया जाता है. इस कारण पूरे एरिया में बिजली चली जाती है.
हालांकि इस संबंध में जब डीवीसी के कार्यपालक अभियंता अमित शर्मा से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि विद्युत बोर्ड को जरूरत के अनुसार विद्युत की आपूर्ति की जाती है. जबकि पावर कट के बाबत पूछने पर उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.