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सेमेस्टर थ्री के छात्र-छात्राएं नहीं दे सकेंगे वोट
छात्रसंघ चुनाव. मतदान से वंचित रह जायेंगे जिला के 10 से 12 हजार छात्र-छात्राएं वैसे छात्र-छात्राएं जिन्होंने सेमेस्टर टू की परीक्षा दी है और अब सेमेस्टर तीन में अपना नामांकन करवा रहे हैं, वे इस बार के छात्र संघ चुनाव में मतदान नहीं कर पायेंगे. साथ ही अपनी उम्मीदवारी भी पेश नहीं कर पायेंगे. विश्वविद्यालय […]
छात्रसंघ चुनाव. मतदान से वंचित रह जायेंगे जिला के 10 से 12 हजार छात्र-छात्राएं
वैसे छात्र-छात्राएं जिन्होंने सेमेस्टर टू की परीक्षा दी है और अब सेमेस्टर तीन में अपना नामांकन करवा रहे हैं, वे इस बार के छात्र संघ चुनाव में मतदान नहीं कर पायेंगे. साथ ही अपनी उम्मीदवारी भी पेश नहीं कर पायेंगे. विश्वविद्यालय के इस निर्णय का जहां छात्र संगठनों के नेताओं ने विरोध किया है, वहीं छात्र-छात्राओं में भी नाराजगी देखी जा रही है.
मृणाल कुमार
गिरिडीह : 10 जनवरी को होने वाले छात्रसंघ के चुनाव में जिले के सात कॉलेजों के करीब 10 से 12 हजार छात्र-छात्राएं मतदान करने से वंचित रह जायेंगे. सेमेस्टर तीन के छात्र-छात्राएं इस बार के चुनाव में अपनी उम्मीदवारी भी पेश नहीं कर पायेंगे.
मंगलवार को हजारीबाग में कुलपति डॉ. रमेश शरण की अध्यक्षता में हुई बैठक के दौरान यह फैसला लिया गया है. जिले के सात कॉलेजों गिरिडीह कॉलेज, आरके महिला कॉलेज, पारसनाथ कॉलेज इसरी बाजार, झारखंड कॉमर्स कॉलेज डुमरी, आर्दश कॉलेज राजधनवार, सरिया कॉलेज सरिया, मिर्जांगंज स्थित लंगटा बाबा कॉलेज में छात्रसंघ का चुनाव होना है.
गिरिडीह कॉलेज की प्राचार्य डॉ नैनी सक्सेना ने बताया कि मंगलवार को विनोबा भावे विश्व विद्यालय में हुई बैठक में निर्णय लिया गया है कि इस बार होने वाले छात्रसंघ के चुनाव में सेमेस्टर तीन के छात्र-छात्राएं भाग नहीं ले सकेंगे. बताया कि विश्व विद्यालय प्रशासन का कहना है कि कुछ लीगल दिक्कतें आने के कारण यह निर्णय लिया गया है. कहा कि यूनिवर्सिटी ने यह निर्णय सबकी राय लेकर किया गया है. कहा कि इसका नोटिफिकेशन विश्व विद्यालय के द्वारा जारी कर दिया जायेगा.
छात्र-छात्राओं के अधिकार का किया जा रहा है हनन : रंजीत
अभाविप के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रंजीत कुमार राय ने कहा कि चुनाव में भाग लेना हर छात्र-छात्रा का अधिकार होता है. ऐसे में विश्वविद्यालय ने उनके अधिकार का हनन किया है. कहा कि छात्रसंघ चुनाव को लेकर छात्र-छात्राओं में खुशी का माहौल रहता है, ऐसे में विश्वविद्यालय ने यह बिल्कुल गलत कदम उठाया है.
अधिकार छीनने का हक किसी को नहीं : रंधीर
आजसू छात्रसंघ के प्रदेश उपाध्यक्ष रंधीर प्रसाद वर्मा ने कहा कि छात्र-छात्राओं के अधिकार को छीनने का किसी को भी हक नहीं है. ऐसे में विश्व विद्यालय ने जो फैसला लिया है वह बिल्कुल गलत है. मतदान करना सबका अधिकार है.
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