गढ़वा : गढ़वा जिला ग्रामीण विकास अभिकरण (डीआरडीए) में करीब 10 सालों से दैनिक पारिश्रमिक व मानेदय पर सेवारत 16 कर्मियों की सेवा समाप्त करने के निर्देश के बाद से कर्मियों में हड़कंप मचा हुआ है़
गढ़वा जिले में कुल 37 कर्मी अनुबंध पर सेवारत हैं. इनमें से 21 कर्मियों की बहाली नियमावली के अनुसार सृजित पदों के विरुद्ध हुई है़, लेकिन शेष 16 कर्मी दैनिक पारिश्रमिक पर बहाल हुए हैं.
ग्रामीण विकास विभाग के उप सचिव ने पत्र के माध्यम से गढ़वा जिले में कार्यरत ऐसे सभी कर्मियों जो दैनिक पारिश्रमिक पर या मानदेय पर बहाल हुए हैं, उन्हें हटाने के निर्देश दिये हैं. साथ ही मई महीने से इनके मानदेय आदि से संबंधित आवंटन भी बंद कर दिया गया है़
उल्लेखनीय है कि गढ़वा समाहरणालय स्थित डीआरडीए में कुल 53 पद सृजित हैं. ऐसे में और कर्मियों की बहाली लेने के बजाय 10 से ज्यादा सालों से कार्य कर रहे लोगों को हटाने का निर्देश गले से नहीं उतर रहा है़ डीआरडीए में मुख्य रूप से लेखा सहायक, कंप्यूटर ऑपरेटर, अनुसेवक, वाहन चालकों की नौकरी पर खतरा मंडरा रहा है़
बताया जाता है कि डीआरडीए नियमावली 2009 के अनुसार सृजित पद के विरुद्ध कार्यरत कर्मियों को ही डीआरडीए प्रशासन योजना अंतर्गत प्राप्त राशि से संविदा राशि का भुगतान किया जाना है़ ऐसे में सिर्फ 21 कर्मी ही डीआरडीए नियमावली 2009 के अनुसार बहाल हुए हैं.
शेष कर्मी उसके पूर्व से ही दैनिक पारिश्रमिक पर बहाल हैं. इधर इस संबंध में जिला प्रशासन द्वारा बीच का रास्ता तलाश रहा है़ जिससे इन कर्मियों की सेवा रह जाये और मानदेय भी पूर्व की तरह दिया जाये़ फिलहाल उहापोह की स्थिति में सभी कर्मी पूर्व की तरह कार्य कर रहे हैं.