माले का पोल खोल-हल्ला बोल मार्च निकाला गया
गढ़वा : भाकपा माले गढ़वा जिला कमेटी के तत्वावधान में नोटबंदी के 50 दिन बाद भी जनजीवन सामान्य नहीं होने के विरोध में राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत गढ़वा में भी मार्च निकाला गया व सभा की गयी़
माले नेताओं ने पोल खोल-हल्ला बोल मार्च शहर के रंका मोड़ से निकाला, जो कचहरी रोड होते हुए बिजली विभाग तक पहुंचा़ इस दौरान माले नेता रघुवर हटाओ-जमीन बचाओ, मोदी हटाओ-रोटी बचाओ से संबंधित नारे लगा रहे थे़ स्थानीय इंदिरा गांधी पार्क के पास हुई आक्रोश सभा में माले नेताओं ने कहा कि काले धन के नाम पर की गयी नोटबंदी काले धन व संपत्तिवाले को बचाने के लिए की गयी है़
सरकार के इस कदम से देश की जनता आफत में पड़ गयी है़ छोटे कारोबारियों, किसानों, फुटपाथ दुकानदारों, देहाड़ी मजदूरों आदि के सामने खाने के लाले पड़ गये हैं. सड़क, पुल निर्माण से लेकर सारे कार्य बंद हो जाने से पलायन करनेवाले मजदूर किसी तरह वापस आ रहे हैं. निर्माण कार्य में लगे मजदूर भूखे मरने की स्थिति में हैं. इधर रघुवर सरकार द्वारा जमीन का ऑनलाइन इंट्री किया जा रहा है़, जो काफी त्रुटिपूर्ण है़ सरकार सीएनटी व एसपीटी एक्ट में संशोधन कर आदिवासी व मूलवासियों के साथ भद्दा मजाक कर रही है़
नेताओं ने नोटबंदी को राष्ट्रीय आपदा मानते हुए इससे उत्पन्न स्थिति को देखते हुए गरीबों को एक-एक लाख रुपये देने, पर्याप्त नोट उपलब्ध नहीं होने तक गरीबों को नि:शुल्क राशन देने, मुफ्त इलाज कराने, किसानों के कर्ज माफ करने एवं स्कूल-कॉलेज की फी माफ करने की मांग की़ इम्तेयाज अंसारी की अध्यक्षता में आयोजित सभा को कालीचरण मेहता,सुषमा मेहता, अख्तर अंसारी,किशोर कुमार,विरेंद्र चौधरी,लालमुनि गुप्ता, कामेश्वर विश्वकर्मा, सुर्यदेव चौधरी, हीरा चौधरी आदि ने भी विचार व्यक्त किये़