गढ़वा : रामचरितमानस को जीवन को आत्मसात कर लें, तो व्यक्ति का जीवन सुखमय हो जायेगा़ उक्त बातें स्थानीय नहर चौक चिनिया रोड मां भगवती के पूजा पंडाल में वाराणसी से आयी प्रवचनकर्ता चंद्रा मिश्रा ने कही़ उन्होंने कहा कि भगवान राम मनुष्य योनी में जन्म लेकर सांसारिक जीवन में रहते हुए एक आदर्श प्रस्तुत किया है, जिसका अनुसरण हम सभी को करना चाहिए. उनके इस अालौलिक कार्य के लिए हम उन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम कहते हैं. मनुष्य से भगवान बनने का जो चित्रण किया गया है, रामचरितमानस में वह बड़ा ही मार्मिक है. कभी हंसाती है, तो कभी रुलाती भी है़ उन्होंने कहा कि हर हिंदू के घर में रामचरितमानस होना चाहिए और व्यक्ति को उसका अध्ययन कर आत्मचिंतन करने की आवश्यकता है़ जीवन के सभी समस्याओं का समाधान रामचरितमानस में निहित है़
जरूरत है, उसे आत्मसात करने की़ इस अवसर पर समिति के सचिव अमरेंद्र पांडेय, उपाध्यक्ष प्रदीप मिश्रा, कोषाध्यक्ष संतोष दुबे, लालजी तिवारी, संजय दुबे, चुन्नु तिवारी सहित अन्य लोग उपस्थित थे़