धुरकी : लगातार हो रही बारिश के कारण जर्जर धुरकी प्रखंड कार्यालय के कर्मियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है़ पूरे भवन में बारिश के बाद रिसाव होने व पानी टपकने के कारण प्रखंडकर्मियों को भवन के अंदर छाता लगा कर कामकाज निबटाना पड़ रहा है़
प्रखंडकर्मी खुद बारिश से बचने के बजाय प्रखंड कार्यालय के दस्तावेजों को बारिश के पानी से बचाने में व्यस्त रहते हैं. वहीं कर्मियों को यह भय भी सताता है कि जर्जर भवज जिसका छत नीचे से टूट-टूटकर गिरते रहता है, वह कहीं उनके ऊपर न गिर पड़े.
प्रखंड के सहायक ताहिर अंसारी ने कहा कि कार्यालय में सरकार के महत्वपूर्ण दस्तावेज हैं, जिसे लकड़ी के आलमारी में रखा गया है,लेकिन उस पर बारिश का पानी टपकने से कागजात नष्ट होने का खतरा बना रहता है़ प्रखंड कार्यालय के सभी कमरे में बारिश का पानी जमा रहता है़
कर्मियों के द्वारा पास के नरेगा भवन में बैठकर किसी तरह काम को निपटाया जा रहा है़ परिसर में बना बीडीओ का आवास एवं अन्य आवास भी काफी जर्जर हो चुके है, जो रहने लायक नहीं है़ बताते चलें कि वर्ष 1956 में धुरकी को प्रखंड का दर्जा मिला था़ जबकि 1972 में प्रखंड कार्यालय की स्थापना की गयी थी़ अभी तक इस प्रखंड कार्यालय में 43 बीडीओ की पदस्थापना हो चुकी है़ बीडीओ इजे लकड़ा ने कहा कि इस जर्जर भवन के विषय में जिला से लेकर ग्रामीण विकास विभाग तक को उन्होंने लिखा है़ संभवत शीघ्र ही नये भवन बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी़