– नंद कुमार –
रंका (गढ़वा) : जिले के अनुमंडल मुख्यालय रंका स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एक एएनएम के भरोसे चलता है. जबकि अति पिछड़े एवं गरीब इलाके से आनेवाले इस प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्रों से प्रतिदिन इलाज हेतु आम मरीज के साथ प्रसव कराने महिलाएं भी पहुंचती हैं.
इसके बावजूद कई बार ऐसा होता है कि यह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिकित्सक विहीन रहता है. विशेष रूप से रात में आनेवाले मरीजों को अक्सर इसका खामियाजा झेलना पड़ता है. रात में आनेवाले किसी भी तरह के मरीजों को संभालने के लिए मात्र एक एएनएम रहती है. वाकया रविवार का है, जब इस अस्पताल में प्रसव कराने के लिए एक-एक कर सात महिलाएं पहुंचीं.
इनको यहां चिकित्सक का दर्शन तो नहीं हुआ. लेकिन अस्पताल की एएनएम चंद्रकांति देवी डय़ूटी पर तैनात थीं. उसने धैर्य के साथ पांच महिलाओं का तो प्रसव करा दिया, लेकिन दो ऐसी महिलाएं थीं, जिनको ज्यादा परेशानी थी. उन्हें चिकित्सक की जरूरत थी, वे बाहर जाने में भी सक्षम नहीं थीं.
ऐसे मरीजों को एएनएम चंद्रकांति देवी संभालने में सक्षम नहीं थीं. इसके कारण मरीजों को परेशानी झेल रही है. यही नहीं झगरहा से पहुंची एक महिला शीला देवी अस्पताल में दो जुड़वां बच्चों को जन्म देने के बाद बेहोश हो गयी. इसके कारण भी चिकित्सक की अनुपस्थिति में एएनएम को के समक्ष परेशानी उत्पन्न हो गयी.
पहले हो चुका है हंगामा : चिकित्सक के नहीं देखने के बाद अक्सर मरीज के परिजन यहां अस्पताल की व्यवस्था से खिन्न रहते हैं. इसके पूर्व इस अस्पताल में कई बार हंगामा हो चुका है.
चिकित्सक से स्पष्टीकरण मांग रहे हैं : सीएस : गढ़वा. गढ़वा सिविल सजर्न डॉ आरएनएस दिवाकर से इस बाबत पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि रंका सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सा प्रभारी डॉ मंटू कुमार एवं डॉ अशोक कुमार दो चिकित्सक पदस्थापित हैं. डॉ मंटू कुमार दो-तीन दिनों की छुट्टी में थे, लेकिन उनकी छुट्टी समाप्त हो गयी है. साथ ही डॉ अशोक कुमार भी वहां ड्यूटी में हैं. ये दोनों चिकित्सक किस कारण से अस्पताल में नहीं थे. इस संबंध में वे उनको कारण बताओ नोटिस दे रहे हैं. इसके आधार पर उन पर कार्रवाई होगी.