गढ़वा : गढ़वा विधानसभा के उग्रवाद प्रभावित मतदान केंद्रों के मतदानकर्मियों को बुधवार को इवीएम के साथ गढ़वा लाया गया. गढ़वा पहुंचने के बाद मतदानकर्मी काफी थके हुए एवं नाराज दिखे. नाराजगी प्रशासन के प्रति थी, जबकि थकावट पैदल चलने एवं जैसे-तैसे रात गुजारने की वजह से थी.
बुधवार की दोपहर में रंका प्रखंड के नक्सल प्रभावित दुधवल एवं बेलवादामर से इवीएम लेकर पहुंचे मतदानकर्मियों ने प्रशासन के प्रति नाराजगी जतायी. दुधवल बूथ के मतदानकर्मी अजीत कुमार द्बिवेदी ने कहा कि प्रशासन ने चुनाव के पूर्व व्यवस्था की लंबी-लंबी बातें कही थी, लेकिन उन्हें उनके ही हाल पर छोड़ दिया गया था.
उन्होंने बताया कि सोमवार को उन्हें बेलवादामर कलस्टर के लिए ले जाया गया था. लेकिन कलस्टर पर पहुंचाने के बजाय बांदू में ही उन्हें गाड़ी से उतार कर कहा गया कि वे आगे पैदल ही सीधे बूथों की ओर चले जायें. रात्रि में उन्होंने करीब 10 किमी की यात्रा इवीएम के साथ पैदल ही की.
बूथ पर गये, तो वहां कोई व्यवस्था नहीं थी, उन्होंने अखबार एवं ग्रामीणों से पुआल लेकर उसी को बिछा कर सोकर रातें गुजारी. खाने के लिए उन्होंने जो अपनी थोड़ी बहुत व्यवस्था ले गये थे, उसी से काम चलाया. मतदान के बाद आते समय भी वे बांदू से बुढ़ापरास तक पैदल ही चले. कुछ इसी तरह की शिकायत नक्सल इलाके के अन्य मतदानकर्मियों ने भी जाहिर की.