तीन सूत्री मांगों को लेकर जुटे आदिम जनजाति परिवार
गढ़वा : अखिल भारतीय आदिम जनजाति विकास समिति द्वारा अपनी तीन सूत्री मांगों को लेकर बुधवार को समाहरणालय पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया. इस मौके पर समिति के जिलाध्यक्ष नन्हेश्वर कोरवा व हरेंद्र कोरवा ने बताया कि वे आदिम जनजाति के हक व अधिकार के लिए अनवरत लड़ाई लड़ते आ रहे हैं.
उनकी तीन सूत्री मांगों में आदिम जनजातियों को यथाशीघ्र नियुक्ति पत्र देने, जंगल में निवास कर रहे आदिम जनजातियों के विरुद्ध अनावश्यक प्राथमिकी दर्ज को वापस लेने तथा वन अधिनियम के तहत आदिम जनजातियों को पट्टा देने की मांग शामिल है. उक्त लोगों ने कहा कि उनकी मांगें नहीं मानी गयी तो अनिश्चितकालीन धरना के बाद चक्का जाम करेंगे.
उक्त लोगों ने कहा कि वर्ष 2008 से सरकार आदिम जनजातियों की सीधी नियुक्ति को लेकर उन्हें ठग रही है. कैबिनेट द्वारा यह तय किया गया था कि 25 प्रतिशत आदिम जनजातियों की सीधी नियुक्ति की जायेगी. लेकिन इसे घटा कर 20 प्रतिशत कर दिया गया है.
इस जिले से 391 लोगों की सूची राज्य सरकार को भेजी गयी थी. इस मौके पर सुरेंद्र परहिया, मानमोहन कोरवा, नरेश कोरवा, चरकु परहिया, रामबियार परहिया, राजकुमार परहिया, मंजु कुमारी, हेमा कुमारी, मधु कुमारी, संध्या कुमारी, राजेश कोरवा, विश्वजीत कोरवा सहित चिनिया, रमकंडा, मेराल, डंडई, मङिाआंव, नगरऊंटारी, भंडरिया, गढ़वा के जनजाति के लोग शामिल थे.