गोलीकांड के शिकार पिता-पुत्र के तीनों विधवाओं को 50-50 हजार का चेक दिया
विशुनपुरा : झामुमो के केंद्रीय महासचिव मिथलेश ठाकुर मंगलवार को जतपुरा पहुंचे़ श्री ठाकुर ने यहां पहुंचकर पिछले दिन बालू उठाव को लेकर हुए हिंसक झड़प में गोली के शिकार उदय यादव और उसके दोनों पुत्रों के परिजनों से मुलाकात की़ इस दौरान उन्होंने पिता-पुत्र तीनों के विधवा को शोक-सांत्वना देते हुये अपनी ओर से तीनों को 50-50 हजार रुपये के चेक प्रदान किये़
श्री ठाकुर ने काफी देर तक यहां रूक कर परिजनों से घटना की जानकारी ली़ इस दौरान झामुमो के स्थानीय नेता कन्हैया चौबे भी साथ थे़ इस दौरान श्री ठाकुर ने कहा कि यदि आज झामुमो की सरकार रहती, तो आप तीनों को सरकारी नौकरी मिल गयी रहती़ भाजपा की सरकार तानाशाह की सरकार है़ इसके कारण अभी तक परिजनों को नौकरी अथवा अन्य सरकारी सहायता नहीं मिल पायी है़ इसके पश्चात झामुमो की ओर से रामवि विशुनपुरा के मैदान में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में मिथिलेश ठाकुर शामिल हुए.
उन्होंने वहां उदय यादव, उसके पुत्र निरंजन यादव व विमलेश यादव की तसवीर पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी़ इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय महासचिव मिथलेश कुमार ठाकुर ने कहा कि श्मशान घाट से बालू उठाव का विरोध करने पर एक ही परिवार के तीन सदस्यों की बेरहमी से हत्या कर दी गयी़ इसके बाद भी प्रशासन उक्त परिवार के विषय में संवेदनशीलता नहीं दिखा रही है़ विभिन्न दल के लोग सिर्फ इस घटना पर घड़ियाली आंसू बहाकर अखबार में फोटो छपवा रहे हैं. यदि सरकार एवं प्रशासन पीड़ित परिवार को उपेक्षित कर रही है, तो वे उसे न्याय दिलाने का काम करेंगे़ जबतक पीड़ित परिवारों को न्याय नहीं मिल जाता, तबतक झामुमो चुप नहीं बैठेगी़
क्षेत्रीय विधायक भानु प्रताप शाही का नाम लिये बगैर उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र में तीन लोगों को मौत के घाट उतार दिया जाता है, लेकिन विधायक 15 दिन तक विदेशी सैर-सपाटा में व्यस्त रहते हैं. इस मौके पर झामुमो नेता कन्हैया चौबे ने कहा कि वे मृतक के परिजनों को आजीवन पांच हजार रुपये प्रतिमाह देते रहेंगे़ उन्होंने विधायक पर हमला करते हुये कहा कि जो जनप्रतिनिधि विकास कार्यों में 40 प्रतिशत कमीशन लेता है, वैसे विधायक से क्या उम्मीद की जा सकती है़ कार्यक्रम में पूर्व जिप सदस्य विजयालक्ष्मी ने भी विचार व्यक्त किये़ इस मौके पर जिलाध्यक्ष विनोद तिवारी, निर्मल पासवान, सूर्यदेव मेहता, अहमद अली अंसारी, बीरेंद्र यादव सहित काफी संख्या में कार्यकर्ता व ग्रामीण उपस्थित थे़