बहरागोड़ा : सांसद और विधायक थोक भाव से सड़कों को शिलान्यास कर रहे हैं. वहीं बहरागोड़ा प्रखंड में चिंगड़ा से ढीलाहारा तक सड़क वषों से उपेक्षा का दंश ङोल रही है.
चिंगड़ा और ढीलाहारा के बीच उक्त तीन किमी लंबी सड़क के निर्माण की मांग ग्रामीण वर्षो से कर रहे हैं, परंतु कोई ध्यान नहीं दे रहा है.
इससे ग्रामीणों में आक्रोश है. यह सड़क चाकुलिया से बड़ामारा होते हुए बहरागोड़ा के केशरदा में उच्च पथ 33 को जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण सड़क है. बड़ामारा तक पक्की सड़क है. बड़ामारा से चिंगड़ा तक पक्की सड़क है, मगर चिंगड़ा से ढीलाहारा तक लगभग सड़क कच्ची है. फिर ढीलाहारा से एनएच 33 तक पक्की सड़क है.
उक्त सड़क वन पथ है. चिंगड़ा तालाब के पास विगत दिनों फैलिन के कारण हुई भारी वर्षा के कारण सड़क कट गयी है. वहीं ढीलाहारा के पास भी सड़क कटी हुई है. नाला बहता है. यहां पर ग्रामीणों ने बिजली के खंभों की एक पुलिया बना रखी है. उक्त तीन किमी सड़क नहीं बनने के कारण इस मार्ग से वाहनों का आवागमन नहीं होता है. स्थिति यह है कि दोपहिये वाहनों का पार करना भी मुश्किल है. कई पंचायतों के ग्रामीणों को परेशानी उठानी पड़ रही है, परंतु जन प्रतिनिधियों का ध्यान इस ओर नहीं है.
वन विभाग भी इस सड़क को बनाने में रुचि नहीं ले रहा है. पंचायत के जन प्रतिनिधि भी इस सड़क को बनाने में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं. आम जनता परेशान है.