घाटशिला : चाकुलिया के केंदाडांगरी में आशादीप महिला मंडल के नाम पर चल रही महिला मंडल की छह सदस्यों ने मंडल की अध्यक्ष और सचिव पर एसडीओ को दिये गये आवेदन में गंभीर आरोप लगाये हैं. मंडल की छह सदस्यों ने एसडीओ से इस्तीफे की पेशकश करते हुए जांच की मांग की है.
सदस्यों ने एसडीओ से महिला मंडल को भंग करने की भी मांग की है. मंगलवार को भाजपा महिला मोरचा की ग्रामीण जिलाध्यक्ष अर्चना सोरेन के नेतृत्व में महिला मंडल की काकुली महापात्र, सीमा माइती, अर्चना कदमा, सुनीता महापात्र, वीणा पानी माइती और सोमवारी मुंडा ने एसडीओ अमित कुमार को आवेदन देकर उक्त मांग की है. एसडीओ को दिये गये आवेदन में कहा गया है कि समिति की अध्यक्ष निरुपमा महापात्र हैं. सचिव ममता दास हैं. समिति में 10 सदस्य हैं.
नियमित राशन नहीं देने का आरोप
ज्ञात हो कि उक्त समिति द्वारा अतिरिक्त आइआरडीपी, लाल कार्ड और अंत्योदय कार्डधारियों के बीच जविप्र का चावल और केरोसिन तेल वितरण किया जाता है, परंतु दुख की बात है कि अध्यक्ष और सचिव द्वारा नियमित रूप से कार्डधारियों को राशन उपलब्ध नहीं कराया जाता है.
अधिकांश कार्डधारियों के कार्ड अपने पास रख लिये जाते हैं और कार्डो में गलत ढंग से राशन वितरण करने की बात दर्ज की जाती है. गरीब कार्डधारियों को किसी व्यक्ति या पदाधिकारी से शिकायत करने पर भविष्य में राशन नहीं देने की धमकी दी जाती है.
एमओ से भी हुई थी शिकायत
सदस्यों ने इसकी शिकायत एमओ से की थी, परंतु एमओ ने कार्रवाई नहीं की. अध्यक्ष और सचिव राज नेता के समर्थन में इस तरह की हरकतें करती हैं. इससे पूर्व भी जांच के क्रम में त्रुटि पाये जाने पर जविप्र दुकान निलंबित किया गया था.
कोषाध्यक्ष को कोष की और छह सदस्यों को किसी भी चीज की जानकारी नहीं दी जाती है. छह सदस्यों ने एसडीओ को आवेदन देकर महिला मंडल सदस्य पद से इस्तीफा देते हुए महिला मंडल की जांच करने की मांग की है.
सदस्यों के आरोप गलत
आशादीप महिला मंडल की अध्यक्ष निरूपमा महापात्र और सचिव ममता दास ने मंडल की छह सदस्यों द्वारा लगाये आरोपों को गलत करार दिया. अध्यक्ष और सचिव ने कहा कि सदस्यों द्वारा मंडल पर लगाये गये सभी आरोप बेबुनियाद और सत्य से परे हैं.