थाना प्रभारी ने ग्रामीणों को अपना फोन नंबर दिया
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बिना पुलिस के गांव में सर्च करना गलत, दोषियों पर होगी कार्रवाई
थाना प्रभारी ने ग्रामीणों को अपना फोन नंबर दिया गालूडीह : गालूडीह थाना क्षेत्र की बाघुड़िया पंचायत स्थित नरसिंहपुर गांव के रूगड़ीडीह टोला में 14 मई की रात सीआरपीएफ जवानों द्वारा नक्सलियों को पनाह देने के आरोप में कई ग्रामीणों की पिटाई कर दी गयी थी. इससे ग्रामीणों में भारी नाराजगी थी. इस मामले को […]
गालूडीह : गालूडीह थाना क्षेत्र की बाघुड़िया पंचायत स्थित नरसिंहपुर गांव के रूगड़ीडीह टोला में 14 मई की रात सीआरपीएफ जवानों द्वारा नक्सलियों को पनाह देने के आरोप में कई ग्रामीणों की पिटाई कर दी गयी थी. इससे ग्रामीणों में भारी नाराजगी थी. इस मामले को लेकर शुक्रवार को वरीय पुलिस पदाधिकारियों के निर्देश पर गालूडीह थाना प्रभारी सुधांशु कुमार दलबल के साथ रूगड़ीडीह गांव पहुंचे. यहां ग्रामीणों के साथ बैठक की और उनकी समस्याएं सुनीं. मौके पर थाना प्रभारी श्री कुमार ने कहा कि इस तरह की घटना की पुर्नावृत्ति नहीं होगी. दोषी जवानों पर जांच कर कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि जब भी गांव में अर्द्धसैनिक बल के जवान आयेंगे, तो उनके साथ लोकल थाना पुलिस भी रहेगी. लोकल पुलिस साथ नहीं,
होगी तो जवान किसी भी घर में सर्च नहीं कर सकते. बावजूद कोई ऐसा करता है, तो तुरंत थाना को फोन कर सूचना दें. बैठक में थाना प्रभारी सुधांश कुमार ने ग्रामीणों को अपना फोन नंबर 7050058549 भी दिया. इधर ग्रामीणों ने पुलिस द्वारा बैठकर दोबार ऐसी घटना नहीं होना का भरोसा दिये जाने पर थाना घेराव करने के निर्णय को स्थगित कर दिया. बैठक में थाना प्रभारी सुधांशु कुमार, एएसआइ अब्दुल रहीम खान, जिप सदस्य तुलसी वाला मुर्मू, मुखिया हुडिंग सोरेन, पंसस साकरो टुड, दुर्गा मुर्मू, लक्ष्मण सबर, राजेन महतो, पिटाई के शिकार गुरुचरण महतो, राजेन महतो, बांसती महतो, छबि महतो, रवि महतो समेत अनेक ग्रामीण उपस्थित थे.
पुलिस-पब्लिक के बीच बेहतर संबंध हो
बैठक में पुलिस और पब्लिक समन्वय बेहतर बना रहे इस पर पुलिस और ग्रामीण दोनों पक्षों ने जोर दिया. पुलिस ने कहा जनता की रक्षा के लिए सीआरपीएफ और पुलिस काम करती है. जन सहयोग के बिना पुलिस कुछ नहीं कर सकती. गलत सूचना पर सीआरपीएफ ने कार्रवाई की, जो गलत है. पुलिस दोषियों को नहीं छोड़ेंगी पर निर्दोष को परेशान भी नहीं किया जायेगा.
मारपीट करना गलत
बैठक में पुलिस ने ग्रामीणों से कहा कि लोकल थाना पुलिस की मौजूदगी के बैगर गांवों में सीआरपीएफ सर्च ऑपरेशन नहीं चला सकती. दोबारा ऐसी शिकायत नहीं मिलेगी. पुलिस ने माना कि पूछताछ के नाम पर मारपीट किया जाना दुखद है.
मामला नक्सली को पनाह देने के आरोप में युवक की पिटाई का
पुलिस सबूत दे, कोई विरोध नहीं होगा : ग्रामीण
बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि कोई दोषी है तो पुलिस उसे पकड़े. सबूत दिखाये हम सहयोग करेंगे. हमारा कोई विरोध नहीं होगा. लेकिन बेकसूर ग्रामीणों के साथ मारपीट की जायेगी, तो हम बर्दाश्त भी नहीं करेंगे. ग्रामीणों ने कहा उस दिन कई जवान नशे में थे. सीआरपीएफ ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए है. प्रताड़ित करने के लिए नहीं. बैठक में संतोष महतो, शंकर हेंब्रम, राजेन महतो, सुभाष महतो, अर्जुन महतो, हरेन महतो, लालटू महतो, संजय महतो, शहदेव महतो, शशधर महतो, दुर्योधन महतो समेत अनेक पुरुष और महिलाएं उपस्थित थे.
क्या था मामला
14 मई की रात सीआरपीएफ जवान नरसिंहपुर गांव के रूगड़ीडीह टोला नक्सलियों की खोज में सर्च अभियान चलाते हुए पहुंचे थे. जवानों ने नक्सली सचिन को पनाह देने का आरोप लगाते हुए गुरुचरण महतो, उसकी मां सीता मनी महतो, बहन छबि रानी महतो, रवि महतो और बांसती महतो की पिटाई कर दी थी. घटना के दूसरे दिन गुरुचरण महतो ने थाना से लिखित शिकायत की. गांव में ग्रामीणों ने बैठक कर घटना के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया और पुलिस से मांग की दोषी जवानों पर कार्रवाई हो और पुलिस के वरीय अधिकारी गांव आकर ग्रामीणों को भरोसा दिलाये कि दोबारा ऐसी घटना नहीं होगी. 15 दिनों के अंदर कोई पहल नहीं होती है, तो ग्रामीण थाना का घेराव करेंगे.
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