बहरागोड़ा : नारायणडीह टोला के ग्रामीणों ने बताया कि शाम पांच बजे कंपनी विस्फोट की घोषणा करती है. इसके बाद जोरदार विस्फोट होता है. आसपास का इलाका दहल उठता है. आसमान धूल से भर जाता है. उड़-उड़ कर पत्थर गिरने लगते हैं. इस कारण दो घंटे तक अघोषित कर्फ्यू का माहौल रहता है. वे अपने घरों में दो घंटे तक दुबके रहते हैं.
भय से कोई निकलता नहीं है. बारूद की गंध से सांस लेने में तकलीफ होती है. यह दर्द हम काफी दिनों से झेल रहे हैं. ग्रामीणों ने प्राथमिक स्कूल भवन में पड़ी दरार दिखायी. खनन से हुए गड्ढे से करीब 60 मीटर दूर घर है मोतीलाल सोरेन का. वे अपनी पत्नी व बच्चों के साथ रहते हैं. वे कहते हैं कि जब विस्फोट होता है तो बच्चों व पत्नी के साथ घर में दुबक जाता हूं. कुछ ऐसी बात हराधन सोरेन भी कहते हैं. मदन सोरेन बीमार हैं. वे खटिया पर पड़े हैं. मदन सोरेन कहते हैं कि विस्फोट के बाद धूल से आसमान भर जाता है. पत्थर उड़ने लगते हैं.