मुसाबनी : केंदाडीह खदान का विकास करने वाली ठेका कंपनी एमएमपीएल पर स्थानीय बेरोजगारों ने रोजगार देने में उपेक्षा का आरोप लगाया है. बेरोजगारों ने कहा कि 24 नवंबर को थाना प्रभारी को आवेदन देकर बहाली के विरोध में 28 नवंबर से अनिश्चितकालीन गेट जाम करने का ज्ञापन सौंपा था. उस दौरान आश्वासन मिला था […]
मुसाबनी : केंदाडीह खदान का विकास करने वाली ठेका कंपनी एमएमपीएल पर स्थानीय बेरोजगारों ने रोजगार देने में उपेक्षा का आरोप लगाया है. बेरोजगारों ने कहा कि 24 नवंबर को थाना प्रभारी को आवेदन देकर बहाली के विरोध में 28 नवंबर से अनिश्चितकालीन गेट जाम करने का ज्ञापन सौंपा था. उस दौरान आश्वासन मिला था कि 28 नवंबर को बैठक करा मामले का समाधान किया जायेगा. तबतक गेट जाम नहीं किया जाये. वार्ता के लिए मंगलवार की सुबह से स्थानीय बेरोजगार केंदाडीह खदान के समक्ष इंतजार करते रहे,
लेकिन कोई नहीं आया. तेरंगा पंचायत के विभिन्न गांव व टोला के बेरोजगार खदान गेट के समक्ष कंपनी प्रबंधन, कोर कमेटी व थाना प्रभारी का इंतजार करते रहे.
आज से खदान गेट जाम करेंगे युवा : आश्वासन के बावजूद प्रबंधन, कोर कमेटी के साथ वार्ता नहीं होने से बेरोजगारों ने बैठक कर कहा कि 29 नवंबर की सुबह से केंदाडीह खदान में मनमानी बहाली के विरोध में बेमियादी गेट जाम शुरू करेंगे. इसकी जानकारी गौतम नामता ने दी. कहा गया कि 2012 में कंपनी प्रबंधन ग्रामीणों के साथ बैठक कर बहाली में स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार में प्राथमिकता देने की बात कही थी. ऐसा नहीं हो रहा. कोर कमेटी भी स्पष्ट जवाब नहीं दे रही है. तकनीकी और कौशल विकास से युवा प्रशिक्षित हैं. इसके बावजूद गांव की खदान में रोजगार नहीं मिल रहा.