घाटशिला : घाटशिला प्रखंड की कालचिती पंचायत के छतड्रांगा गांव में डायरिया फैलने से कई पुरुष और महिला आक्रांत हैं, परंतु गांव में डायरिया फैलने की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को नहीं है. इसी गांव से सटे दीघा में स्वास्थ्य विभाग का कंपाउंडर गोपीनाथ तिरिया भी रहते हैं.
गांव में ही एएनएम भारती महतो रहती हैं, परंतु इन लोगों को भी गांव में डायरिया फैलने की जानकारी नहीं है. ग्रामीणों का आरोप है कि सरकारी कंपाउंडर 300 रुपये लेकर स्लाइन चढ़ाते हैं. बुधवार को जब विधायक छतड्रांगा पहुंचे, तो गांव में डायरिया फैलने की जानकारी मिली.
जूझ रही है संध्या
ग्रामीणों ने विधायक से शिकायत की कि स्व काली पद सिंह की पत्नी संध्या रानी सिंह तीन साल जिंदगी और मौत से जूझ रही हैं. उसकी पुत्री जंगल से लकड़ी ला कर बेचती है और परिवार चलाती है. ग्रामीणों ने कहा कि गांव में एक सप्ताह से डायरिया फैला है. विधायक ने कार्यकर्ताओं को सुझाव दिया कि जो भी मरीज डायरिया पीड़ित हैं. उसकी सूचना पीएचसी प्रभारी को दी जाये, ताकि वे प्रतिदिन आकर मरीजों का इलाज करें. विधायक ने कहा कि संध्या रानी सिंह के मामले पर विचार होगा.
स्लाइन चढ़ाने पर 300
छतड्रांगा के ग्रामीणों ने विधायक से शिकायत की कि दीघा के सरकारी कंपाउंडर इलाज के लिए अधिक वसूलते हैं. ग्रामीणों ने कहा कि गांव के चिकित्सक ने डायरिया पीड़ितों को इलाज में कम पैसे लिये. ब्रेन सिंह ने कहा कि एक सप्ताह पूर्व उनकी तबीयत खराब हुई थी. दीघा के सरकारी कंपाउंडर गोपी नाथ तिरिया ने स्लाइन चढ़ाने के एवज में 300 रुपये लिया था. ग्रामीणों ने कहा कि इसके कारण श्री तिरिया से इलाज कराना बंद कर गांव के चिकित्सक से इलाज करा रहे हैं.
नहीं दी जानकारी
घाटशिला उत्क्रमित अनुमंडल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रामचंद्र सोरेन ने कहा कि दीघा के कंपाउंडर गोपीनाथ तिरिया और एएनएम भारती महतो ने आज तक उन्हें छतड्रांगा में डायरिया फैलने की जानकारी नहीं दी है.
उन्होंने कहा कि इलाज के नाम पर कौन पैसा लेता है या नहीं लेता है. इसकी जानकारी उन्हें नहीं है. इधर एएनएम भारती महतो ने कहा कि गांव के एक भी व्यक्ति ने छतड्रांगा में डायरिया फैलने की जानकारी नहीं दी है.