झारखंड आंदोलनकारी मंच की हुई बैठक
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लंबित आवेदनों की जांच कर आंदोलनकारियों को मिले पेंशन
झारखंड आंदोलनकारी मंच की हुई बैठक दुमका : झारखंड आंदोलनकारी मंच की बैठक सोमवार को नंदलाल सोरेन की अध्यक्षता में जिला परिषद प्रांगण में हुई. इस बैठक में झारखंड आंदोलनकारी तथा लिट्टीपाड़ा के विधायक डॉ अनिल मुर्मू के आकस्मिक निधन पर शोक प्रकट किया गया तथा दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना […]
दुमका : झारखंड आंदोलनकारी मंच की बैठक सोमवार को नंदलाल सोरेन की अध्यक्षता में जिला परिषद प्रांगण में हुई. इस बैठक में झारखंड आंदोलनकारी तथा लिट्टीपाड़ा के विधायक डॉ अनिल मुर्मू के आकस्मिक निधन पर शोक प्रकट किया गया तथा दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की गई. बैठक में राज्यभर के 36000 चिह्नित आंदोलनकारियों के आवेदन को चिह्नितिकरण आयोग के पास लंबित रखे जाने पर क्षोभ जताया गया. कहा गया कि इन आवेदनों की जांच कर चिह्नित आंदोलनकारियों को पेंशन का भुगतान कराने की पहल अविलंब होनी चाहिए. झारखंड आंदोलनकारियों ने छत्तीसगढ़ सरकार की तर्ज पर पेंशन का भुगतान का कट ऑफ डेट राज्य निर्माण के दिन अर्थात 15 नवंबर 2000 को रखे जाने की मांग की. साथ ही आंदोलनकारियों के बीच किसी भी तरह का वर्गीकरण नहीं करने तथा एकरूपता के आधार पर पेंशन का भुगतान कराने की भी मांग रखी.
इसके अलावा शहीदों के आश्रितों को अविलंब पेंशन और नौकरी दिलाने के लिए भी पहल करने का निर्णय लिया गया. बताया गया कि संताल परगना से विभिन्न घटनाओं में 42 आंदोलनकारी शहीद हुए थे. बैठक में मुख्य रूप से सोनालाल हेंब्रम, सुप्रिय दास गुप्ता, अरुण मंडल, बाबूराम मुर्मू, रामचंदर मुर्मू, रूसी लाल किस्कू, गणेश मुर्मू, वीरेंद्र नाथ मंडल, रसका मुर्मू, सुखदेव हेंब्रम, निरंजन सोरेन, मस्तान मरांडी, रुपेन मराठी, छोटू राय, बालक हांसदा, संग्राम हांसदा, बिटिया मरांडी आदि मौजूद थे.
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