दुमका:लातेहार में साल भर पहले 7 जनवरी 2013 को बरवाडीह जंगल में नक्सली हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ 112 बटालियन के जवान बैजनाथ किस्कू की पत्नी नीलू मरांडी ने शुक्रवार को राजभवन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की. नीलू अपने दो बच्चियां मुस्कान व एंजल के साथ पहुंची थी. नीलू ने मुख्यमंत्री से राज्य सरकार से प्रावधानों के तहत मिलने वाली सहायता उपलब्ध कराने तथा बच्चों के लालन-पालन के लिए स्थानीय स्तर पर ही नौकरी उपलब्ध करवाने की गुहार लगायी. नीलू ने बताया कि सीआरपीएफ उसे नौकरी दे रही है, लेकिन वह छोटे-छोटे बच्चों को लेकर दूर नहीं रह सकती. लिहाजा राज्य सरकार उन्हें यही नौकरी उपलब्ध कराने की पहल करे. सीएम ने उनकी बातें सुनी तथा मामले में आवश्यक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया.
सीआरपीएफ जवान वैजनाथ किस्कू मसलिया प्रखंड के मनोहरचक गांव का रहने वाला था. नक्सली वारदात में शहीद होने के बाद माओवादियों ने उसके पेट में बम प्लांट कर दिया था. हादसे में मारे गये जवानों के शव को जब लाने के लिए ग्रामीण पहुंचे थे और जैसे ही बैजनाथ के शव को उठाया था, उसके शव में लगाया गया बम फट गया था और शव के चिथड़े उड़ गये थे. इस हादसे में चार ग्रामीण मारे गये थे.