बासुकिनाथ : जरमुंडी विधायक बादल पत्रलेख ने गुरुवार को झारखंड विधानसभा सदन में शून्यकाल में पांडवेश्वरनाथ मंदिर का मामला उठाया. बादल ने जरमुंडी प्रखंड के पांडवेश्वरनाथ मंदिर के सौंदर्यीकरण व पर्यटन के रूप में विकसित करने हेतु सदन के समक्ष जोरदार तरीके से मांग रखी. विधायक ने कहा कि पांडवेश्वरनाथ मंदिर एेतिहासिक व पौराणिक स्थल है. लोगों का यह आस्था का केंद्र है. हजारों शिवभक्तों की भीड़ यहां जुटती है.
पहाड़ों से घिरा पांडवेश्वरनाथ मंदिर का मनोरम दृश्य लोगों को सहज ही अपनी ओर आकर्षित करता है. अतित से जुड़े इस स्थल का पर्यटन के रूप में विकसित करने की मांग की गयी है. बादल ने बताया कि सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है. पांडवेश्वरनाथ मंदिर को विकसित करने की दिशा में कार्य होगा सरकार ने इसका भरोसा दिलाया. ज्ञात हो कि महाभारत काल में अज्ञातवास के दौरान पांडवों द्वारा भगवान शिव एवं माता पार्वती के मंदिर को यहां स्थापित किया गया था.