महगामा : मो रिजवान (23 वर्ष) का शव जब शनिवार देर शाम गाजियाबाद (यूपी) से उसके पैतृक गांव भांजपुर पहुंचा, तो परिजनों का आंसू थमने का नाम नहीं ले रहा था. रिजवान गाजियाबाद में चालक का काम करता था.कुछ दिनों से वह बीमार चल रहा था. इसी दौरान परिजनों को फोन पर सूचना मिली कि उसकी मौत हो गयी है.
मृतक के जॉब कार्ड है खाली
परिजनों ने मृतक रिजवान का जॉब कार्ड दिखाते हुये कहा कि काम के लिये वह प्रखंड में ही जाब कार्ड का बनवाया था. हमलोगों का पेट भरने के लिए ही वह दूसरे जगह कमाने गया था. पैसा तो नहीं आया, लेकिन उसकी मौत आ गयी. यह कह कर परिजन रोने लगते हैं. देर शाम शव को मिट्टी दिया गया.