दुमका : महिलाओं एवं बच्चियों पर बढ़ती हिंसा के विषय पर राज्य प्राधिकार मिशन के सदस्य कुंदन कु मार लाल की अध्यक्षता में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया.
जिसमें सामाजिक कार्यकर्ताओं के अलावा दुमका प्रखंड के बेहराबांक, घासीपुर, रामपुर, बोलपुर पंचायत एवं जामा प्रखंड के नोनीहथवारी, टेधबा, सुखबारी, छैलापाथर, बेदिया पंचायत के ग्राम प्रधानों एवं स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं ने हिस्सा लिया. सभी प्रतिभागियों ने एक स्वर में विगत महीनों में महिला हिंसा की घटनाओं की निंदा की तथा सरकारी एवं सामाजिक स्तर पर इसे रोकने के लिए ठोस पहल की सिफारिश की.
अपने भाषण में अध्यक्ष कुंदन कुमार लाल ने कहा कि दुष्कर्म व छेड़खानी की घटनायें पहले शहरी क्षेत्रों या मैदानी इलाके में ज्यादा होती थी. आदिवासी ईलाकों में ऐसी घटनाओं की संख्या कम थी. लेकिन झारखंड में अब शयद ही कोई ऐसा दिन हो, जिस दिन कोई दुष्कर्म, हत्या या छेड़खानी की घटना न होती हो. यह राज्य मानव व्यापार का बड़ा अड्डा बनता जा रहा है.
यहां की बेटियां नौकरी के नाम पर छद्म लालच के साथ विभिन्न शहरों में ले जायी जा रहीं हैं और शोषित हो रही हैं, अस्मत लूटा रहीं हैं. मानवी की सचिव अन्नू ने कहा कि विभिन्न संगठनों के साझा प्रयास से वे ‘दामिनी बचाओ अभियान’ प्रारंभ करेंगी. धन्यवाद ज्ञापन चांद-भैरव स्वशासन वैसी के संयोजक मिसिल टुडू ने किया.