दुमका : एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने एक शिकायत पर कार्रवाई करते हुए सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी राजेंद्र प्रसाद गुप्ता और उनके पेशकार राजीव रंजन मिश्रा को 15 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया. एसीबी के एसपी सुदर्शन मंडल ने बताया कि शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के पहरुडीह निवासी होपनी सुमन लता हांसदा का जमीन के मामले में बिटिया हांसदा के साथ विवाद चल रहा था. बिटिया हांसदा के विरुद्ध सर्वे आपत्तिवाद संख्या 2059/2017 अंतिम प्रकाशन शिविर शिकारीपाड़ा में चल रहा था. इस मामले में दोनों तरफ से बहस को सुनने के बाद 31 जुलाई को आदेश पर रख लिया गया था. संबंधित मामले में होपनी ने श्री गुप्ता से मुलाकात की तो कहा गया था कि उसके दो-दो केस चल रहे हैं, पेशकार से भेंट करो.
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दुमका के एएसओ व पेशकार 15 हजार घूस लेते गिरफ्तार
दुमका : एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने एक शिकायत पर कार्रवाई करते हुए सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी राजेंद्र प्रसाद गुप्ता और उनके पेशकार राजीव रंजन मिश्रा को 15 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया. एसीबी के एसपी सुदर्शन मंडल ने बताया कि शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के पहरुडीह निवासी होपनी सुमन लता हांसदा का […]
दुमका के एएसओ…
पेशकार ने उनसे 20 हजार रुपये की मांग कर दी, तब जमीन पर पिताजी के नाम की जगह उसका नाम खाता में चढ़ाने की बात कही. उसने गरीबी आदिवासी महिला होने की दुहाई दी, पर वह 15 हजार से कम मे मानने को तैयार नहीं हुआ. वह घूस नहीं देना चाहती थी. ऐसे में होपनी ने इसकी शिकायत भष्ट्राचार निरोधक ब्यूरो में की, जिसके बाद सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी को पकड़ने का जाल बिछाया गया. होपनी ने 15 हजार रुपये दुमका स्थित बंदोबस्त कार्यालय में जैसे ही दिया, दोनों को धर दबोचा गया.
पहले भी धरे गये थे एक अन्य एएसओ व उनके पेशकार
बंदोबस्त कार्यालय में पैसे लेकर काम करने का इतिहास नया नही है और एसीबी के हत्थे पदाधिकारी व पेशकार के आने का भी यह पहला मामला नही है. इससे पहले अक्तूबर 2012 में तत्कालीन सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी विनोद बिहारी वर्मा और उनके पेशकार रहे मो आदिल को गिरफ्तार किया गया था. उन दोनो के खिलाफ गोड्डा के मो तनवीर आलम ने शिकायत की थी और 70 हजार रुपये मांगे जा रहे घूस में से 10 हजार रुपये देने के बाद दूसरी किस्त की भुगतान के दौरान पकड़ा था.
एक साल बाद ही सेवानिवृत्त होने वाले थे एएसओ
सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता 59 साल के हैं और अगले ही साल सेवानिवृत्त होने वाले हैं. वह मूल रूप से बिहार के कटिहार जिले के विनोदपुर के रहने वाले हैं. जबकि पेशकार राजीव रंजन मिश्रा बांका जिले के रजौन थाना क्षेत्र के रामपुर का रहने वाला है. दुमका में इनके आवासों का भी सर्च भष्ट्राचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने किया. दोनों को जेल भेज दिया गया.
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