दुमका : रामगढ़ प्रखंड के बुढ़ी झिलुवा गांव में नीता देवी तथा उसकी दो बच्चियों की हत्या के बाद गांव में अब भी सन्नाटा पसरा हुआ है. नीता के ससुर श्रीपति कुंवर गांव लौट गये हैं. इस घटना से विचलित श्रीपति को ग्रामीण दिन भर समझाने की कोशिश कर रहे थे. उसके आंसू भी थमने का नाम नहीं ले रहे थे. सूत्रों की माने तो उसके बेटे सुभाष कुंवर की शादी चार साल पहले ही हुई थी. दोनों पोतियां हमेशा उसके लाड़-दुलार में ही रहती थी, जबकि उसका बेटा सुभाष अक्सर रात को घर आता था.
इस बात पर नीता उसे समझाती थी. वह एक दिन पहले असम जाने का मन बनाया था. सारा सामान भी अपना पैक कर लिया था, पर उसने शाम ढलते ही इरादा बदल लिया था. बताया जा रहा है कि सुभाष सोमवार की देर शाम घर लौटा तो पत्नी से उसकी अनबन हुई थी. ससुर श्रीपति कुंवर दोनों को समझाने की कोशिश भी की थी. मंगलवार की सुबह खेत से लौटने उसे बहू का शव दिखा, तो वह पोतियो और बेटे को ढूंढ़ने निकल गया था. उनके अनुसार उनके बेटे ने अपनी पत्नी की गला दबा कर हत्या कर दी इसके बाद उसे कटहल के पेड़ से टांग दिया. इस पूरे घटना को उसकी तीन वर्षीय पोती निशा कुमारी ने देख लिया था इसलिए वह उसे तथा सात माह की पोती का भी गला दबा कर हत्या करने के बाद दोनों को कुएं में फेंक दिया. शाम को ग्रामीणों ने बताया कि उसके दोनों पोती को भी मारकर कुएं में फेंक दिया गया है.