धनबाद: ‘‘श्रीमान्, आपकी ओर से सुरक्षा उपलब्ध कराने का दावा कोरा साबित हो चुका है. रंगदारों के सामने बीसीसीएल प्रबंधन की पूरी व्यवस्था लाचार है. इससे प्रतिदिन हमें 4000 रुपये का नुकसान हो रहा है.’’ यह उस पत्र का अंश है, जो गुरुवार को चंदेल इंटरप्राइजेज के प्रोपराइटर राजेश कुमार सिंह ने बीसीसीएल के एरिया वन की शताब्दी परियोजना के परियोजना पदाधिकारी को लिखा गया है. इधर, गुरुवार को 16वें दिन भी शताब्दी परियोजना में चंदेल इंटरप्राइजेज के दोनों ट्रक (नंबर जेएच 10 सी 7593 तथा जेएच 10 डी 6186) खड़े रहे.
नौ मार्च को परियोजना पदाधिकारी ने लिखा था पत्र : बीसीसीएल की शताब्दी परियोजना के परियोजना पदाधिकारी ने बीते नौ मार्च को चंदेल इंटरप्राइजेज को पत्र लिखा था. पत्र में परियोजना पदाधिकारी ने कहा था कि ‘‘आपके द्वारा गाड़ी संख्या जेएच 10 सी 7593 तथा जेएच 10 डी 6186 में विवादित कोयला लोड करने के संबंध में आपने जो शिकायत की थी, उसके निराकरण के लिए आपसे अपील किया जाता है कि आप विवादित कोयला कोलियरी परिसर में ले आये और अपने अनुसार कोयला लोड करा लें. कोलियरी परिसर में आपकी सुरक्षा की व्यवस्था की जायेगी.’’
13 मार्च को कोशिश नाकाम : परियोजना पदाधिकारी के पत्र के बाद बीते 13 मार्च को चंदेल के प्रतिनिधि शताब्दी पहुंचे. 13 मार्च को भी शताब्दी परियोजना में पत्थर युक्त कोयला की लदायी के कारण एक सप्ताह से खड़े चंदेल इंटरप्राइजेज के दोनों ट्रकों को खाली कराने की कोशिश नाकाम रही. रंगदारों ने दोनों ट्रकों को खाली नहीं होने दिया. चंदेल इंटरप्राइजेज से रंगदारी की मांग कर रहे सिंडिकेट ने स्थानीय कुछ असंगठित मजदूरों को आगे कर दिया. असंगठित मजदूरों ने ट्रक खाली करने का विरोध किया. इस तरह शताब्दी परियोजना में रंगदारों के आगे बीसीसीएल प्रबंधन, सीआइएसएफ से लेकर स्थानीय पुलिस तक नतमस्तक दिखी. प्रबंधन, पुलिस व सीआइएसएफ के लाख मशक्कत के बाद भी रंगदारों ने ट्रकों को अखिरकार खाली नहीं होने दिये. लाचार होकर पुलिस और सीआइएसएफ को लौटना पड़ा.
रंगदारी की मार क्यों करें व्यापार
चंदेल इंटरप्राइजेज के प्रोपराइटर ने सवाल खड़ा किया है कि रंगदारी की मार से कोई क्यों व्यापार करेगा? इ-ऑक्सन के माध्यम से बिडिंग में हिस्सा लेकर शताब्दी परियोजना व नदखरकी में 150-150 टन और बेनीडीह में 300 टन कोयला बुक कराया था. इस कोयला का पैसा भी चंदेन इंटरप्राइजेज ने बीसीसीएल में जमा करा दिया और डीओ पेपर लिया. डीओ पेपर मिलने के बाद चंदेल इंटरप्राइजेज की ओर से बीते पांच मार्च को दो ट्रक (नंबर जेएच 10 सी 7593 तथा जेएच 10 डी 6186) कोयला लोडिंग के लिए शताब्दी कोल डंप में लगाये गये.
पहले दिन दोनों ट्रकों पर कोयला की लदायी नहीं हो पायी. दूसरे दिन छह मार्च को जब दोनों ट्रकों पर कोयला लोडिंग की बारी आयी, तब जबरन दोनों ट्रकों पर कोयला की जगह पत्थर की लदायी कर दी गयी. चंदेल इंटरप्राइजेज के अधिकृत मुंशी ने लिखित शिकायत की कि विधायक समर्थक कन्हाई चौहान एवं 20-30 अन्य लोगों ने जबरन कोयला की जगह पत्थर की लदायी कर दी. यही नहीं इस घटना को लेकर शताब्दी परियोजना के परियोजना पदाधिकारी ने बरोरा पुलिस को पत्र देकर पूरे मामले की जांच करने एवं प्राथमिकी दर्ज करने का आग्रह किया.