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नाराजगी: आंगनबाड़ी के बच्चों को स्कूलों में ले जाने पर मंत्री डॉ लुईस मरांडी के तेवर तल्ख, कहा शिक्षा विभाग कर रहा दबंगई, होगी कार्रवाई

आंगनबाड़ी के बच्चों को उठाकर शिशु सदन (स्कूल) में नामांकित कर लेने पर समाज कल्याण मंत्री काफी नाराज दिखीं. उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग दबंगई दिखा रहा है, उस पर कार्रवाई होगी. मंत्री ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर योजनाआें की समीक्षा की आैर उनके प्रचार-प्रसार पर जोर दिया. धनबाद : आंगनबाड़ी केंद्रों के […]

आंगनबाड़ी के बच्चों को उठाकर शिशु सदन (स्कूल) में नामांकित कर लेने पर समाज कल्याण मंत्री काफी नाराज दिखीं. उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग दबंगई दिखा रहा है, उस पर कार्रवाई होगी. मंत्री ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर योजनाआें की समीक्षा की आैर उनके प्रचार-प्रसार पर जोर दिया.
धनबाद : आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को उठाकर शिशु सदन (स्कूल) में नामांकित किये जाने पर शिक्षा विभाग से खफा समाज कल्याण मंत्री डॉ लुईस मरांडी ने कहा कि शिक्षा विभाग दबंगई दिखा रहा है. शुक्रवार को धनबाद में निर्भया केंद्र के उद्घाटन के बाद मंत्री परिसदन में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि आंगनबाड़ी योजना काफी लंबे समय से चल रही है.

हाल ही में शिक्षा विभाग के निर्देश के अनुसार शिक्षकों को अब शिशु निकेतन में वैसे बच्चों को जोड़ना है, जिन्होंने कभी स्कूल का चेहरा नहीं देखा है, लेकिन शिक्षक काम नहीं करना चाहते हैं. वह अपने क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्रों में जाकर बच्चों को उठा कर शिशु निकेतन में नामांकन कर लेते हैं. यह सरासर गलत है. कई जिलों में इसकी शिकायत मिल रही है. मुख्यमंत्री से भी इसकी शिकायत की गयी. उन्होंने शिक्षा सचिव को कई निर्देश दिये हैं. मौके पर डीडीसी गणेश कुमार, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी हेमा प्रसाद सहित कई सीडीपीआे आदि आदि मौजूद थे.

धनबाद में योजना संतोषजनक नहीं : मंत्री ने बताया कि धनबाद में कल्याण व समाज कल्याण विभाग की ओर से कई योजनाएं चलायी जा रही है, लेकिन समीक्षा के दौरान बेहद संतोषजनक पाया गया. इस बाबत जिला समाज कल्याण पदाधिकारी हेमा प्रसाद से पूछा गया कि इतना खराब प्रदर्शन कैसे हैं तो बताया गया कि लंबे समय ये यहां कोई स्थायी पदाधिकारी नहीं थीं. लगभग दो वर्ष प्रभार में ही गुजरा है. अब स्थायी पदाधिकारी आ गयी हैं. सेविका-सहायिका के लंबित वेतन, पोषाहार, छात्रवृत्ति आदि के पैसे रिलिज किये जा रहे हैं.
कानूनी व मेडिकल सेवा के लिए तीन से 10 हजार
मंत्री डॉ मरांडी ने कहा कि विभाग कई कल्याणकारी योजनाएं चला रहा है, लेकिन इसकी जानकारी लोगों को नहीं है. इस कारण उसका लाभ लोग ले नहीं पा रहे हैं. आइसीडीएस सेंटर, पेंशन, लक्ष्मी लाडली योजना तक ही लोग सीमित रह जाते हैं. उन्होंने कहा कि विधिक सेवा (कानूनी सेवा) व चिकित्सकीय सेवा के लिए गरीबों को तीन हजार से दस हजार रुपये दिये जाते हैं. तीन हजार जिला समाज कल्याण पदाधिकारी व दस हजार उपायुक्त की अनुशंसा पर दिये जाते हैं. लोग इसका फायदा अधिक से अधिक लें. इसके लिए प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया गया है.
कन्यादान योजना का लाभ मिलेगा तत्काल
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत सरकार ने इसके लिए अलग से बजट बनाया है. इसमें पैसे की कोई कमी नहीं है. इसके लिए लोग आवेदन दें. उसे बिना विलंब करते हुए योजना का लाभ दिलाया जायेगा. सभी पदाधिकारियों को इस बाबत निर्देश दिया गया है. लोग लक्ष्मी लाडली योजना का भी लाभ उठायें.
पोषण सखी का चयन पूरा
मंत्री ने बताया कि धनबाद के 2231 आंगनबाड़ी केंद्रों को लिए पोषण सखी का चयन लगभग पूरा हो गया है. जिले में लगभग 184 मामले ही पेंडिंग पड़े हैं. जिले जल्द निबटा लिया जायेगा.

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