अनूठे हवाई अड्डा की डिजाइनिंग व मॉनिटरिंग करेगा सिंफर, सिडको के साथ हुआ करार
धनबाद. 92 मीटर ऊंचे पहाड़ को ध्वस्त कर, एक तालाब को सूखा कर और नदी को डायवर्ट कर देश का अनूठा एयरपोर्ट नवी मुंबई में बनेगा. इस एयरपोर्ट की डिजाइनिंग व मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी केंद्रीय खनन एवं ईंधन अनुसंधान संस्थान (सिंफर) को मिली है. सिंफर व सिडको में करार हुआ है.
क्या है योजना : नवी मुंबई में एक इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण होना है. इसके लिए जो जगह चिह्नित की गयी है, उसमें भौगोलिक कठिनाई आ रही थी. एयरपोर्ट निर्माण को लेकर एक 92 मीटर ऊंचा पहाड़ जिसका नाम उलवी है, को हटाना पड़ रहा है. साथ ही एपोनिमस नामक नदी की दिशा भी बदलनी जरूरी है. इस काम की डिजाइनिंग की जिम्मेदारी लेने से पूर्व सिंफर के शैल उत्खनन अभियांत्रिकी विभाग की एक टीम ने संस्थान के निदेशक डॉ पीके सिंह के नेतृत्व में जनवरी 2017 में स्थल निरीक्षण किया. इसके बाद सिंफर ने इस प्रोजेक्ट की डिजाइनिंग की जिम्मेदारी ली. सिडको के साथ हुए करार के अनुसार पहाड़ ध्वस्त करने तथा नदी के रूट के डायवर्ट करने का काम अगले दो वर्ष में पूरा करना है. सिडको ने नौ मई को सिंफर को वर्क ऑर्डर दिया है. एक जून 2017 से काम शुरू होगा. इसके लिए सिडको की ओर से लगभग ढाई करोड़ रुपये का भुगतान सिंफर को किया जायेगा. तीन कंपनियां भौतिक कार्य करेंगी. जिसकी मॉनिटरिंग भी सिंफर करेगा.