उसके बाद टेंडर की प्रक्रिया शुरू की गयी, इसमें कोलफील्ड कंस्ट्रक्शन को सबसे उपयुक्त पाया गया. एक अप्रैल से ही पार्क आउटसोर्सिंग कंपनी को देने का निर्णय लिया गया था. लेकिन इसी बीच उपायुक्त के यहां किसी ने उसके खिलाफ शिकायत की . उपायुक्त के निर्देश पर जांच कमेटी ने जांच में पाया कि शिकायत निराधार है.
उसने जब जामनत की राशि जमा कर दी तो उसके साथ एग्रीमेंट कर लिया गया. डीडीसी ने बताया कि हर तीन माह पर संचालन की समीक्षा की जायेगी. मॉनीटरिंग जिला योजना पदाधिकारी करेंगे और बीच-बीच में वह स्वयं भी निरीक्षण करेंगे. अगर संचालन खराब पाया गया तो उसका एग्रीमेंट रद्द किया जायेगा.