सिजुआ: गुरुवार की सुबह घटना की जानकारी होने पर दर्जनों की संख्या में लोग घटनास्थल पर जमा हो गये और सड़क जाम कर दी. कपुरिया पुलिस ने शव उठाने का प्रयास किया, किंतु परिजन के कड़े तेवर के कारण पुलिस पीछे हट गयी. बाद में टिस्को प्रबंधन के साथ आंदोलनकारियों की वार्ता हुई. इसमें टिस्को से मिलने वाली सुविधाओं के साथ-साथ निजी कंपनी में आश्रित को नियोजन देने पर सहमति बनी. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए धनबाद भेज दिया है. जाम में स्कूल बस, एंबुलेंस व अन्य वाहन फंस गये. लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी.
परिचय पत्र देख हुई शिनाख्त : बीती रात कपुरिया में चड़क पूजा का आयोजन किया गया था. छऊ नृत्य का कार्यक्रम देख टिस्को कर्मी धीरन महतो बुधवार की देर रात अपने घर भेलाटांड़ साइकिल से लौट रहे थे. इसी क्रम में किसी अज्ञात वाहन के चपेट में आ गये, जिससे उसकी मौत घटनास्थल पर ही हो गयी. काफी देर बाद आस-पास के लोगों को घटना की जानकारी हुई. मृतक की जेब में टिस्को का परिचय पत्र देख उसकी शिनाख्त हुई. तब परिजन को सूचना दी गयी. गुरुवार की अलसुबह परिजन वहां पहुंचे और सड़क जाम कर दी. मृतक को चार पुत्र हैं. दो का विवाह हो चुका है. घटना के बाद परिजन का रो-रो कर बुरा हाल था.
नहीं सुनी जलेश्वर की बात : घटनास्थल पर पहुंचे पूर्व विधायक जलेश्वर महतो ने परिजनों से पहले शव का पोस्टमार्टम होने देने तथा बाद में टिस्को कोलियरी में मांगों को लेकर घेराव करने की बात कही. परिजन इस पर राजी नहीं हुए. लोगों ने बाघमारा विधायक ढुलू महतो को दूरभाष पर घटना की जानकारी दी. विधायक ने अपने भाई व विधायक प्रतिनिधि शत्रुघ्न महतो को घटनास्थल पर भेजा. श्री महतो ने टिस्को अधिकारियों को बुलवाकर वार्ता की, जो असफल रही. बाद में पुन: भेलाटांड़ ग्रुप ऑफिस में वार्ता हुई. टिस्को प्रावधान के तहत सुविधा दिये जाने पर सहमति बनी. इस दौरान टिस्को अधिकारियों ने पूर्व विधायक जलेश्वर महतो से कोई वार्ता नहीं की. पूर्व विधायक, मुखिया गजाधर महतो, जदयू नेता दिनेश महतो वहां उठकर चले गये. वार्ता में टिस्को सिजुआ कोलियरी के चीफ जसवीर सिंह, एचआरआइआर शिवशंकर प्रसाद, विधायक प्रतिनिधि शत्रुघ्न महतो, भाजपा नेता सोनू श्रीवास्तव, पार्षद धर्मेंद्र महतो, पूर्व जिप सदस्य जीतेश रजवार, टिंकू तिवारी, गौरचंद बाउरी, गोलू कुमार, गौरव महतो आदि शामिल थे.