धनबाद: दो मार्च को आयोजित महासत्संग में आर्ट ऑफ लिविंग के जनक श्री श्री रविशंकर हम सबको स्वच्छता की सीख दे गये. उनकी बातों पर चल कर मानव महामानव बन सकता है. इसे व्यक्तिगत एवं सार्वजनिक जीवन में उतारने की जरूरत है.
उक्त बातें महासत्संग समिति के समन्वयक विनोद कुमार तुलस्यान ने सोमवार को कही. वह राजकमल सरस्वती विद्या मंदिर में आयोजित आभार उत्सव कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने महासत्संग में योगदान देने वाले आचार्य-आचार्याओं एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों का आभार जताया. इस दौरान पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की संग्रहित सुक्तियों का एक पत्रक भी विद्यालय के निदेशक फूल सिंह ने अवलोकनार्थ प्रस्तुत किया.
मौके पर विनोद कुमार तुलस्यान, विद्यालय अध्यक्ष श्याम सुंदर चौधरी, उपाध्यक्ष शंकर दयाल बुधिया, कोषाध्यक्ष चंद्रशेखर अग्रवाल, सह-सचिव दीपक कुमार रूईया, मुरलीधर पोद्दार, आरके पटनिया, केशव कुमार हड़ोदिया, भारत दुदानी, समिति सदस्य सुधा खेतान, अरूणा भगानिया, श्याम पंसारी, सीए अनिल मुकीम, राजकुमार अग्रवाल, सीए आरबी गोयल, शंभूनाथ अग्रवाल, सुनील कुमार सिन्हा, प्राचार्य राजेश कुमार सिंह, उप प्राचार्य उमा मिश्रा व मनोज कुमार आदि थे.