इस दौरान पूरा माहौल गमगीन हो उठा. लाखों आंखें एकाएक बरस पड़ीं. पाकिस्तान मुर्दाबाद-शहीद शशिकांत अमर रहें के नारे से पूरा मोहलबनी श्मशान घाट गूंज उठा. रामगढ़ से सिख रेजिमेंट के 27 जवान व सीआरपीएफ के 50 जवान अंतिम यात्रा में शामिल थे. वहीं अंबाला पारा मिलिटरी यूनिट 107 के एबीडी संजीव कुमार व मानव हर्ष पांडेय भी उपस्थित थे. अपराह्न तीन बजकर 10 मिनट पर शव मोहलबनी श्मशान घाट पहुंचा. हालांकि यहां पूर्वाह्न 10 बजे से ही भारी संख्या में लोग जुटने लगे थे. दामोदर नद के दोनों किनारों पर खड़े लोग पाकिस्तान विरोधी नारे लगा रहे थे. शव पहुंचने से पूर्व झारखंड सरकार के मंत्री अमर बाउरी व सांसद पीएन सिंह पहुंच गये थे.
Advertisement
शशिकांत पांडेय पंचतत्व में विलीन
धनबाद. जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के पंपोर में सेना के काफिले पर हुए आतंकी हमले में शहीद जवान शशिकांत पांडेय (24 वर्ष) की सोमवार को दामोदर नद के मोहलबनी घाट पर राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि की गयी. मुखाग्नि उनके पिता राजेश्वर पांडेय ने दी. 45 राउंड फायरिंग कर जवानों ने शहीद को सलामी दी. […]
धनबाद. जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के पंपोर में सेना के काफिले पर हुए आतंकी हमले में शहीद जवान शशिकांत पांडेय (24 वर्ष) की सोमवार को दामोदर नद के मोहलबनी घाट पर राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि की गयी. मुखाग्नि उनके पिता राजेश्वर पांडेय ने दी. 45 राउंड फायरिंग कर जवानों ने शहीद को सलामी दी. बैंड पर मातमी धुन बजाया गया.
शशिकांत के परिजन को 10 लाख देगी सरकार
रांची. राज्य सरकार शहीद शशिकांत पांडेय के परिजनों को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देगी. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि शहीद के बलिदान की तुलना में यह राशि काफी कम है. हमें अपने सपूत पर गर्व है.
बरसाया फूल, बहाये आंसू
11.45 : पूजा टॉकिज चौक पर शहीद का पार्थिव शरीर पहुंचते ही लोग श्रद्धांजलि देने लगे. लोग पहले से ही जुटे हुए थे. आने-जाने वाले लोग बाइक को सड़क किनारे कर भारत माता की जय-जयकार करने लगे.
…फूलों की बारिश करने लगीं महिलाएं : श्रमिक चौक के पास जैसे ही पार्थिव शरीर पहुंचा, उसके पहले से वहां के व्यवसायी खड़े थे. हाथों में तिरंगा लेकर नम आंखों से शहीद को विदाई दी और फूलों का मामला चढ़ाया. नया बाजार के पास काफी लोग खड़े थे. इनमें महिलाएं भी थीं. सड़क के बगल में बने घर की छत पर चढ़ कर महिलाएं पार्थिव शरीर पर फूल बरसा रही थीं.
12.10 : बैंकमोड़ बिरसा चौक पर पुराना बाजार चेंबर के सदस्यों ने पुष्प माला अर्पित किये. उसके बाद बैंकमोड़ जेपी चौक पर बैंकमोड़ चेंबर के सदस्यों ने पुष्प अर्पित किये. धनसार स्थित लक्ष्मी नारायण विद्यामंदिर धनसार के बच्चों ने शहीद को सैलूट किया. बैंकमोड़ होते हुए शहीद की शव यात्रा जियलगोरा की ओर निकली. यहां भी भारी भीड़ जमा थी. बैंकमोड़ में सड़क के दोनों किनारे लोग खड़े थे. सभी के हाथों में तिरंगा और जुबान पर शहीद शशिकांत पांडेय अमर रहे का नारा था. पाकिस्तान मुरदाबाद के नारे भी लगाये जा रहे थे. शहीद का पार्थिव शरीर जिस वाहन पर रखा था, उसके आगे और पीछे गाड़ियों का काफिला लगा था.
थम नहीं रहे थे महिलाओं के आंसू : श्रमिक चौक से शहीद की शव यात्रा गुजरने के दौरान एक तरफ की सड़क खाली करवा दी गयी थी. बिरसा चौक के पास से लेकर धनसार तक दोनों तरफ महिला पुरुष खड़े थे. बैंकमोड़ से झरिया जाने वाले रास्ते के डिवाइडर पर एक भी स्थान खाली नहीं था. सभी डिवाइडर पर लोग चढ़ कर अपने लाल को विदा कर रहे थे.
एक-एक पल को कैमरे में किया कैद : अंतिम दर्शन में शामिल व सड़क पर खड़े एक-एक पल को लोग अपने मोबाइल में कैद कर रहे थे.
शहीद जवान के जेलगोड़ा स्थित आवास के समीप दुकान व घरों के छत पर लोग चढ़ गये थे. किसी तरह से लोगों को नीचे उतारा गया. जेलगोड़ा पोस्ट ऑफिस बंद रहा. डिगवाडीह व जोड़ापोखर क्षेत्र की दुकानें बंद रहीं.
मोहलबनी श्मशान घाट में बने शेड पर काफी संख्या में लोग चढ़े थे. वहीं बिरसापुल पर भी लोगों की काफी भीड़ थी. शव पहुंचने पर जोड़ापोखर थाना से जियलगोरा तक सड़क के बीच लोगों ने एक-दूसरे का हाथ पकड़ कर वन-वे ट्रैफिक की व्यवस्था की थी.
जियलगोरा स्थित शहीद के आवास पर के अंतिम दर्शन के लिए काफी संख्या में महिलाएं व युवतियां पहुंची थीं. शहीद की मां तिरंगा झंडा देखते ही बेचैन होकर रो पड़ती थी.
पुलिस को भीड़ को नियंत्रित करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी. पड़ोसियों की घर नहीं जले चुल्हे. बच्चों को खिला रहे थे बिस्कुट.
जगह-जगह पर लोगों ने शहीद की तसवीर पर किया माल्यार्पण. साउंड बॉक्स पर बज रहे थे देशभक्ति गीत. झरिया, ऊपर कुल्ही, फुलारीबाग, बनियाहीर, लोदना मोड़, फूंसबंगला, जियलगोरा, डिगवाडीह, भौंरा, डी-नोबिली मोड़ आदि स्थानों के व्यवसायी अपनी दुकानें बंद कर शव यात्रा में शामिल हुए.
निरसा, बलियापुर, सिंदरी, पुटकी, चंदनकियारी, भागाबांध, बोर्रागढ़, महुदा, पाथरडीह, सुदामडीह समेत विभिन्न क्षेत्रों से लोग पहुंचे थे.
धनसार से डी-नोबिली मोड़ तक सड़क के दोनों किनारे स्थित दुकानों व आवासों के छत से लोगों ने शहीद के पार्थिक शरीर पर पुष्पवर्षा की. झरिया थाना मोड़ में स्कूली बच्चें सैनिक ड्रेस में कतारबद्ध होकर खड़े थे.
सभी चौक चौराहे पर ट्रैफिक नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल की तैनाती की गयी थी. शव यात्रा में शामिल लोग शहीद शशिकांत पांडेय अमर रहे, पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे.
एक झलक पाने को बेताब थी हर आंख
धनबाद़ पाकिस्तान मुरदाबाद, शशिकांत पांडेय जिंदाबाद, भारत माता की जय का नारा तो लगाया ही जा रहा था, अपने शहीद बेटे का शव देखने को धनबाद की हर आंख सोमवार को बेताब थी. 11 बज कर 10 मिनट पर जैसे ही शहीद का शव धनबाद पंहुचा, लोगों ने नारे लगाने शुरू कर दिये. लोगों की भीड़ ने शशिकांत के पार्थिव शरीर को चारों ओर से घेर लिया. हजारों लोग 15 मिनट के बाद शहीद के काफिले के साथ चल दिये. धैया आइएसएम गेट के पीछे 11 बज कर 40 मिनट पर शव यात्रा पंहुची. वहां लोग पहले से ही तिरंगे और फूल के साथ स्वागत में खड़े थे. बेकारबांध के पास 11 बज कर 50 मिनट में जैसे ही भीड़ पंहुची लोगों ने खड़े होकर मोबाइल से वीडियो बनाना शुरू कर दिया. हर कोई इस शव यात्रा का गवाह बनना चाहता था.
सिख रेजिमेंट दल पहुंचा
शव पहुंचने से पूर्व ही सेना के कई वाहनों एवं बैंड टीम के साथ मेजर एके बहल के नेतृत्व में सिख रेजिमेंट का 27 सदस्यीय दल हवाई अड्डा पर पहुंच गया था. हेलीकॉप्टर के लैंड करने के बाद सेना के जवानों ने फूलों-मालाओं से सजे कॉफिन मेें रखे गये शहीद जवान शशिकांत पांडेय का शव हेलीकॉप्टर से उतारा. शव को फूलों-मालाओं से सजे सेना के वाहन में रखा गया. इसके बाद ट्रक ने जियलगोरा के लिए प्रस्थान किया. दल में मेजर श्री बहल समेत सूबेदार गुरदीप सिंह, सूबेदार सत्यनाम सिंह, वीरेंद्र सिंह आदि शामिल थे. सेना के वाहन के साथ आर्मी, सीआरपीएफ एवं जिला प्रशासन की कई गाड़ियां भी चल रही थीं.
…आयेगी हमेशा तुम्हारी याद
शहीद जवान शशिकांत पांडेय को श्रद्धांजलि देने विभिन्न क्षेत्रों से उनके दर्जनों दोस्त हवाई अड्डा पहुंचे थे. शशिकांत के साथ ही नौकरी ज्वाइन करने वाले गढ़वा के मनोज सिंह ने कहा कि “नौकरी मिलने के बाद दोनों की पोस्टिंग जम्मू में हुई. दोनों झारखंड से थे. इस कारण पहली मुलाकात में ही दोस्ती हो गयी. मैं छुट्टी में घर आया हुआ था. खबर मिलते ही धनबाद पहुंचा.” शशिकांत के दोस्त मनोज, संजय सिंह, गुरपीत सिंह, सुशील दूबे, चंदन निराला, प्रेम दूबे, राहुल तिवारी, विकास महतो, आरीफ मल्लिक, गौतम दूबे, सूरज शर्मा, कौशलेस कुमार आदि ने बताया कि “शशिकांत बेहद मिलनसार युवक था. उसकी याद हमेशा आती रहेगी.”
पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी
बरवाअड्डा स्थित हवाई अड्डा पर सुबह से ही झरिया, जियलगोरा, भौंरा, डिगवाडीह, बैंकमोड़, धनसार, धैया, बेकारबांध, बरवाअड्डा समेत जिले के विभिन्न इलाकों से हाथ में तिरंगा लिए सैकेड़ों युवक जुटे हुए थे. शहीद जवान शशिकांत पांडेय का पार्थिव शरीर हवाई अड्डा पहुंचते ही युवकों ने पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू कर दी. पाकिस्तान मुर्दाबाद, नवाज शरीफ मुर्दाबाद, पाकिस्तान होश में आओ, शहीद शशिकांत अमर रहे आदि नारे लगाये.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement